प्लेऑफ की रेस से बाहर हुई लखनऊ सुपर जायंट्स, SRH से मिली करारी शिकस्त
SRH vs LSG: IPL 2025 के 61वें मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एक आसान जीत अपने नाम की. यह मुकाबला लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया. जहां सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 206 रनों का टारगेट चेज करते हुए सीजन में चौथी जीत हासिल की. इस हार के साथ लखनऊ सुपर जायंट्स की प्लेऑफ में पहुंचने की सभी संभावनाएं खत्म हो गईं, और वे टूर्नामेंट से बाहर हो गए. ये इस सीजन में लखनऊ की 7वीं हार है.
लखनऊ सुपर जायंट्स ने बनाए 205 रन
सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. लखनऊ सुपर जायंट्स ने 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर 205 रन बनाए. मिचेल मार्श और एडेन मार्करम ने पहले विकेट के लिए 115 रनों की साझेदारी की. मिचेल मार्श ने 65 रन और एडेन मार्करम ने 61 रन बनाए. इसके बाद निकोलस पूरन ने 173.07 की स्ट्राइक रेट से 26 गेंदों पर 45 रन ठोके. हालांकि, बीच के ओवरों में सनराइजर्स के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर उनकी रन गति को नियंत्रित किया. ईशान मलिंगा सनराइजर्स हैदराबाद के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 4 ओवर में 28 रन देकर 2 विकेट चटकाए. वहीं, हर्ष दुबे, हर्षल पटेल और नीतीश कुमार रेड्डी ने 1-1 सफलता हासिल की.
लखनऊ को 6 विकेट से हराया
जवाब में, सनराइजर्स हैदराबाद ने आक्रामक शुरुआत की. अभिषेक शर्मा ने 20 गेंदों पर 59 रनों की तूफानी पारी खेलकर मुकाबले को शुरुआत में हैदराबाद की ओर कर दिया. उन्होंने ईशान किशन के साथ मिलकर पावरप्ले में तेजी से रन बटोरे. हालांकि, दिगवेश राठी ने 7.3वें ओवर में अभिषेक को आउट कर लखनऊ को थोड़ी राहत दी. इसके बावजूद, सनराइजर्स की बल्लेबाजी लाइनअप ने दबाव बनाए रखा और टारगेट का आसानी से हासिल कर लिया. ईशान किशन ने 28 गेंदों पर 35 रनों का योगदान दिया. वहीं, हेनरिक क्लासेन (47 रन) और कामिंदु मेंडिस (32 रन) ने टीम को जीत तक पहुंचाया. जिसके चलते हैदराबाद ने ये मैच 6 विकेट से अपने नाम कर लिया.
लखनऊ की टीम के लिए खराब सीजन
लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए यह सीजन चुनौतीपूर्ण रहा. ऋषभ पंत और डेविड मिलर की खराब फॉर्म ने टीम को लगातार परेशान किया. वहीं, निकोलस पूरन भी सीजन की अच्छी शुरुआत के बाद ज्यादा कुछ खास नहीं कर सके. इसके अलावा, लखनऊ की गेंदबाजी, खासकर पावरप्ले में, इस सीजन सबसे खराब रही, जिसने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दीं. मयंक यादव जैसे गेंदबाज चोट के चलते कुछ ही मैच खेल सके.