तेलंगाना से बिहार तक: देवर-भाभी ने कैसे रची ₹792 करोड़ की ठगी की साजिश?

तेलंगाना के हैदराबाद से ठगी का मामला सामने आया है. ये कोई छेटी-मोटी नहीं, 4000 करोड़ की ठगी है. ठगी करने वाले देवर-भाभी बताए जा रहे हैं. इस ठगी के मामले में आरोपी देवर-भाभी को बिहार के दानापुर से गिरफ्तार किया गया है. ये कार्रवाई तेलंगाना और दानापुर पुलिस ने संयुक्त रूप से की है. आरोपियों की पहचान सुषमा राज और रविंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई है. दोनों बिहार के आरा जिले के रहने वाले हैं.आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नकदी, सोने-हीरे के गहने और लग्जरी सामान मिला है. बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी पिछले कुछ समय से पटना के दानापुर में स्थित विजय नगर के विनस पाराडाइज अपार्टमेंट के एक फ्लैट में छिपकर रह रहे थे. पहले तेलंगाना पुलिस को इनकी लोकेशन के बारे में जानकरी मिली. फिर दानापुर पुलिस के सहयोग से छापा मारा गया और दोनों को गिरफ्तार किया गया.
आरोपी लग्जरी लाइफ जी रहे थे
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से 8 लाख 30 हजार 910 रुपये नकद, 6 पासपोर्ट, 10 मोबाइल फोन, बैंक के क्रेडिट कार्ड, 3 पासबुक, 16 पहचान पत्र, 8 महंगी घड़ियां, और 11 पीस सोने और हीरे के जेवर मिले हैं. सामन की कीमत जानकर पुलिस भी हैरानी में पड़ गई. दोनों आरोपी लग्जरी लाइफ जी रहे थे. शुरुआती जांच में पता चला है कि सुषमा राज और रविंद्र कुमार सिंह ने हैदराबाद में एक कंपनी के माध्यम से निवेशकों को अधिक लाभ का लालच दिया. फिर उनसे ठगी की.
पुलिस ने आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लिया
कंपनी द्वारा निवेशकों से भारी रकम जमा कराई गई. इसके बाद कंपनी फरार हो गई. पीड़ित निवेशकों ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई. फिर तेलंगाना पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू की, जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल पुलिस कोशिश कर रही है कि इस मामले में पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाए. तेलंगाना पुलिस ने आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लिया है. वो आरोपियों को लेकर हैदराबाद रवाना हो चुकी है. इस मामले में आरोपियों से पूछताछ के बाद और लोग भी पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं.