108 एम्बुलेंस की लापरवाही, एंबुलेंस में गिरी मां-बेटी, महिला को सिर में सात टांके, नवजात को भी लगी चोट

-एम्बुलेंस का चालक घायल मां बेटी को हमीदिया अस्पताल के बाहर छोड़कर फरार
-परिजनों ने की 108 एम्बुलेंस चालक के विरुद्ध एफआईआर की मांग
अदनान खान सलामतपुर। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
सरकारी आपातकालीन सेवा मानी जाने वाली 108 एंबुलेंस की लापरवाही का एक और गंभीर मामला सामने आया है। जहां सलामतपुर थाना क्षेत्र के सत्ती टोला गांव निवासी तरबीन बी पति आसिफ खान की डिलीवरी 29 मई की रात दीवानगंज अस्पताल में हुई थी। डिलेवरी के बाद नवजात बच्ची की हालत कमजोर होने के चलते मां और बच्ची को भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। परिजनों के अनुसार, भोपाल से आई 108 एंबुलेंस से जब मां-बच्ची को भोपाल रवाना किया गया, तब चालक ने लापरवाही से एंबुलेंस चलाते हुए अचानक तेज ब्रेक लगा दिए। इससे एंबुलेंस के अंदर ही महिला और उसकी एक दिन की बच्ची गिर गईं। गिरने के कारण महिला के सर में गंभीर चोट आई, जिससे सात टांके लगाने पड़े, वहीं नवजात बच्ची को भी चोट लग गई।परिजनों का यह भी आरोप है कि चालक ने सीधे रास्ते से न जाकर गांधीनगर के रास्ते अस्पताल ले जाने में देर की। इसके अलावा अस्पताल पहुंचने पर 108 एम्बुलेंस के स्टाफ ने बच्ची को परिजनों द्वारा भर्ती कराने की बात कहकर महिला को गेट पर बैठा दिया और वहां से फरार हो गया। लगभग दो घंटे बाद महिला गेट पर खून से लथपथ हालत में मिली, जिसके बाद परिजनों ने स्वयं उसे भर्ती कराया।इस घटना के बाद परिजनों ने 108 सेवा की लापरवाही पर नाराज़गी जताई है और कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जिस सेवा का उद्देश्य आपात स्थिति में मदद पहुंचाना है, वही अब मरीजों के लिए खतरा बनती जा रही है।स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की जा रही है कि इस मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
इनका कहना है।
108 एम्बुलेंस के ड्रायवर की लापरवाही का मामला मेरे संज्ञान में आया है। 108 के कोडिनेटर को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ रवि राठौर, बीएमओ सांची।
108 एम्बुलेंस चालक ने गाड़ी बहुत ही तेज़ व लापरवाही से चलाई और अचानक ब्रेक मार दिए जिसकी वजह से में और मेरी बच्ची नीचे गिर गए। मेरा सिर गाड़ी में टकराया और ज़ख्मी हो गया। जिससे मेरे सिर में 7 टांके आए और मेरी बच्ची को भी चोट आ गई। ड्रायवर मुझे घायल अवस्था में अस्पताल के बाहर छोड़कर फरार हो गया।
तरबीन बी, पीड़िता
हमारे बेटे की दुल्हन को 29 मई को डिलेवरी हुई थी। कल 108 एम्बुलेंस से हमीदिया अस्पताल भोपाल ले जा रहे थे। एम्बुलेंस का चालक लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। अचानक ब्रेक मारने से मेरी बहू व 2 दिन की बच्ची घायल हो गए। चालक के विरुद्ध एफआईआर के साथ ही कड़ी कार्रवाई हो।
मुबारक खां, परिजन।