केरवा भोपाल के 6 कैप्टिव ब्रेड गिद्धों को सरार के प्राकृतिक आवास में छोड़ा

-गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन सेंटर भोपाल से लाया गया था गिद्धों को
- गिद्धों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत सुरक्षित स्थानों पर छोडने की चल रही है मुहिम
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन सेंटर केरवा भोपाल के कैप्टिव ब्रेड गिद्धों को प्राकृतिक आवास में छोड़ने के पायलट प्रोजेक्ट के तहत बुधवार को 6 गिद्धों को सांची जनपद के सरार क्षेत्र में छोड़ा गया है। जानकारी अनुसार वन मंडल रायसेन अंतर्गत परिक्षेत्र पश्चिम रायसेन की बीट सरार के कक्ष क्रमांक आर एफ 3 में 4 लॉन्ग बिल्ड वल्चर( 02 नर एवं 02 मादा गिद्ध ) एवं 02 व्हाइट रम्पड वल्चर(01 नर एवं 01 मादा गिद्ध ) को छोड़ा गया है।इन गिद्धों को गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र केरवा भोपाल के संरक्षित वातावरण में प्रजनन एवं पोषित किया गया है। जिन्हें पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्राकृतिक आवास में आज सुरक्षित छोड़ा गया। ज्ञात रहे कि यह मध्यप्रदेश में कैप्टिव ब्रीडिंग के गिद्धों को प्राकृतिक आवास में छोड़े जाने का प्रथम अवसर है। इससे 25 मार्च को भी इसी स्थान पर सतना से रेस्क्यू किए गए यूरेशियन गिद्ध को सफलता पूर्वक छोड़ा गया था जोकि 15 दिन के अल्प समय में भारत से पाकिस्तान अफगानिस्तान होते हुए ताजिकिस्तान की सीमा तक पहुंच चुका है। उक्त कार्यक्रम की सफलता उपरांत ही इस क्षेत्र को जोकि गिद्ध के लिए अनुकूल परिस्थिति एवं वातावरण रखता है को और 6 गिद्धों को छोड़े जाने हेतु चयनित किया गया। इस अवसर पर मुख्य वन प्राणी अभिरक्षक मध्य प्रदेश शुभ रंजन सेन, एपीसीसीएफ वन्यप्राणी एल कृष्णमूर्ति, डब्लू डब्लू एफ की टीम , एनजीओ बी. एन. एच. एस. की टीम के साथ साथ डिप्टी डायरेक्टर वन विहार भोपाल अवधेश कुमार मीणा, उपवनमण्डल अधिकारी रायसेन सुधीर पटले, उपवनमंडल अधिकारी विदिशा, बृजेंद्र तिवारी परिक्षेत्र अधिकारी पश्चिम रायसेन, पिंकी रघुवंशी परिक्षेत्र अधिकारी विदिशा, रायसेन एवं विदिशा वनमण्डल का स्टाफ मौजूद रहा। गौरतलब है कि इसी स्थल पर वल्चर रेस्टोरेंट का निर्माण करने की भी तैयारी शासन स्तर पर चल रही है ।