-कार में 1 ही परिवार के 8 लोग सवार थे

-मोड़ पर सामने से आ रहे वाहन की लाइट चालक की आंखों पर पड़ने से हुआ हादसा

-कार चालक ने 100 डायल पर कॉल कर के दी दुर्घटना की जानकारी

-भोपाल विदिशा हाइवे के संघमित्रा होटल के पास सम्राट अशोक परियोजना की नहर की घटना

-मौके पर पहुंची सलामतपुर पुलिस ने घायलों को कांच तोड़कर बाहर निकाला

-सांची में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

मंगलवार देर रात्रि ढाई बजे भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के संघमित्रा होटल के पास नहर वाले मोड़ पर एक कार सामने से आ रहे वाहन की लाइट आंखों पर पड़ने से अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई। जिससे कार में सवार एक ही परिवार के आठ लोगों में से मां बेटी की मौत हो गई और कार चला रहा पुत्र गंभीर घायल हो गया। और अन्य लोगों को मामूली चोटें आईं हैं। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची सलामतपुर पुलिस ने घायलों को कांच तोड़कर बाहर निकाला और तत्काल सांची सामुदायिक रेफर किया। घायलों को सांची से विदिशा और फिर भोपाल रेफर किया गया। सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी ने बताया कि देर रात्रि ढाई बजे हंड्रेड डायल पर एक इवेंट आया था कि कार नहर में गिर गई है। तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को कार के कांच तोड़कर बाहर निकाला और एम्बुलेंस से सांची स्वास्थ्य केंद्र रेफर किया। दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई। फूलवती बाल्मीकि पत्नी कल्याण बाल्मीकि निवासी बाबड़िया कला भोपाल उम्र 40 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई और इनकी बेटी जमना बाल्मीकि की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। वहीं कार चला रहे पुत्र देवेन्द्र का हाथ फैक्चर हो गया। मर्ग का मामला कायम कर जांच में लिया है। दोनों शवों का पोस्टमार्टम सांची स्वास्थ्य केंद्र में कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।

शादी समारोह में शामिल होने गए थे गुना शहर---कल्याण बाल्मीकि परिवार के 8 लोग जिनमें उनकी पत्नी फूलवति, पुत्री जमना, सुमन, आशिकी और लड़के धर्मवीर, बादल, देवेंद्र और 3 माह की नवासी अनन्या उनके भतीजे करण की शादी में शामिल होने के लिए 23 फरवरी को भोपाल से गुना शहर गया था। 25 फरवरी को करण की शादी थी। सभी लोग शादी समारोह में शामिल होकर मंगलवार देर रात्रि भोपाल लौट रहे थे। रास्ते में भोपाल विदिशा हाइवे 18 संघमित्रा होटल के आगे नहर वाले मोड़ पर सामने से आ रहे वाहन की हैडलाइट की रोशनी आंखों पर पड़ने से कार एमपी 04 ज़ेडएफ 8153 अनियंत्रित होकर नहर में गिरकर पलट गई। हादसे में फूलबति और उनकी बेटी जमना की मौत हो गई और देवेंद्र घायल हो गया।

घटना से 1 घंटे पहले ही देवेंद्र ने पिता कल्याण को किया था फोन--- कल्याण बाल्मीकि ने बताया कि मैने परिवार वालों को रात में आने से मना किया था। लेकिन पत्नी फूलवति और कार चला रहे पुत्र देवेंद्र ने कहा था कि हम आराम से कार चलाकर पहुंच जाएंगे। देवेंद्र का घटना से लगभग एक डेढ़ घंटे पहले फोन आया था कि हम लोग सांची पहुंच गए हैं और यहां पर रुककर चाय पानी पी रहे हैं। फिर उसका ढाई बजे के लगभग फोन आया कि पापा कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई है। अंधरे के कारण पता नही चल रहा कि हम कहा हैं। फिर उसने हंड्रेड डायल पर फ़ोन लगाकर घटना की जानकारी दी। तब पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को कार से बाहर निकाला।

कार चला रहे देवेन्द्र ने ही 100 डायल पर दी थी सूचना---कार नहर में गिरने के बाद कार चला रहे देवेन्द्र बाल्मीकि ने ही घटना की जानकारी हंड्रेड डायल को लगभग ढाई बजे फ़ोन लगाकर दी थी। लेकिन वह लोकेशन की सही जानकारी नही दे पाया था। फिर सलामतपुर पुलिस उसकी लोकेशन निकलवाकर घटनास्थल पर पहुंची। कार नीचे नहर में पलटी हुई पड़ी थी। घायलों को कार के कांच तोड़कर बाहर निकाला गया।

पूरा परिवार भोपाल की एक कालोनी में सफाई का काम करता है---कल्याण बाल्मीकि के 3 लड़के और 3 लड़कियां हैं। इनका परिवार मूल रूप से शिवपुरी जिले का रहने वाला है। यह परिवार वर्तमान में भोपाल के बाबड़िया कला में रहकर पारस अर्बन कालोनी में साफ सफाई का कार्य करता है। कल्याण ने पिछले वर्ष ही होली पर नई मारुति एस प्रेसों कार खरीदी थी। 

आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए रहवासियों ने हाइवे को 4 लाईन करने की मांग की--- भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, सांची, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस भी इस सड़क को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर, सांची व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM