अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर थाना अंतर्गत आने वाले बेरखेड़ी चौराहे पर देर रात एक 407 और ट्रक में आमने सामने भिड़ंत हो गई। जिसमें दो लोग घायल हो गए। वो तो गनीमत रही कि घायलों को ज़्यादा चोटें नही आई। सलामतपुर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि  407 गाड़ी ईंट भरकर भोपाल जा रही थी। जबकि भोपाल से ट्रक विदिशा की और जा रहा था। जैसे ही बेरखेड़ी चौराहा के मोड़ पर पहुंचे तो दोनों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। 407 के ड्राइवर और क्लीनर को मामूली चोट आई हैं। जबकि ट्रक अनियंत्रित होते हुए रोड से नीचे जाकर मिट्टी में फस गया। गनीमत रही कि मिट्टी में फंसने के कारण ट्रक ने पलटी नहीं खाई। नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।

स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे नही ले रहे रुकने का नाम-----भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस स्टेट हाइवे को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

अत्यधिक दवाब के चलते बढ़ रहे हैं एक्सीडेंट-----भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे सड़क काफी छोटी है। इस इस मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से आए दिन बड़ी दुर्घटनाएं यहां पर घटित हो रही हैं। अभी कुछ महीने पूर्व ही विदिशा के 3 पत्रकार सड़क हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं। अभी एक सप्ताह पहले ही हलाली डेम रोड पर एक कार चालक ने दो वाहनों को टक्कर मार दी थी। जिसमें दीवानगंज गांव के एक युवक की मौत भी हो गई थी। अब सलामतपुर के ग्रामीणों ने हाइवे को फ़ोर लाइन करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहां है कि शीघ्र ही हाइवे को फ़ोर लाइन किया जाए। नही तो गर्मीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

इनका कहना है।

हाइवे पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। और हाईवे पर कई जगह अंधा मोड़ होने की वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी संकेतक बोर्ड नही लगाए हैं। जिससे यहां पर आए दिन हादसे बढ़ रहे हैं। इस हाइवे को शीघ्र ही 4 लाईन किया जाए। लोग तो अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहने लगे हैं।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच रातातलाई।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM