-डंपर पिकअप वाहन के ही ऊपर पलटा, 4 घंटे की मशक्कत के बाद निकल सका मृतक का शव

-स्थानीय रहवासियों ने सड़क को 4 लाईन करने की मांग की

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

देर रात भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 पर एक रेस्टोरेंट के सामने भोपाल की ओर से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने विदिशा की ओर से आ रहे पिकअप वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। और टक्कर में डंपर पिकअप वाहन के ऊपर ही पलट गया। जिससे डंपर के नीचे दबकर पिकअप वाहन चालक कि मौके पर ही मौत हो गई। सांची पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात्रि में भोपाल की तरफ से आ रहे एक डंपर ने विदिशा की और से आ रहे पिकअप वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे डंपर के नीचे दबकर पिकअप वाहन चालक कस्तूरचंद मेहरा पिता राम सिंह मेहरा उम्र 45 साल निवासी बरखेड़ा पठानी भोपाल की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।वहीं मौके से डंपर चालक फरार हो गया। सूचना मिलते ही सांची पुलिस मौके पर पहुंची और लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद डंपर को क्रेन मशीन से सीधाकर नीचे दबे पिकअप वाहन चालक के शव को बाहर निकाला। शव को पोस्टमार्टम के लिए सांची अस्पताल भेज दिया गया। जिसका शुक्रवार को पोस्टमार्टम होगा। वहीं जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए हैं।

भोपाल विदिशा एनएच 146 व एसएच 18 से प्रतिदिन निकलते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर भानपुर भोपाल तक पूरे रोड के गहरे गहरे गड्डों के कारण आए दिन खराब हो जाते हैं। वहीं मोटरसाइकिल चालकों को तो गड्ढों में पानी भरा होने के कारण उनकी गहराई का अंदाज़ा भी नही लगता और जैसे ही मोटरसाइकिल का अगला पहिया गड्ढे में जाता है चालक नीचे गिरकर घायल हो जाते हैं। इसी तरह बड़े वाहन चालक भी रोड के गड्डों के कारण परेशान हैं।

हाइवे से रोज ही गुज़रता है कोई न कोई VIP----सप्ताह में एक बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसी एनएच 146 व स्टेट हाइवे 18 से निकलते हुए विदिशा जाते हैं। वहीं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी इसी सड़क से आना जाना करते रहते हैं। और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी आते जाते रहते हैं। उसके बाद भी ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा यहां पर सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतेज़ाम नही किए जा रहे हैं। जिसके कारण हादसों में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है।

नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे को 4 लाईन किया जाए तो कम हो सकते हैं हादसे---भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, सांची, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस भी इस सड़क को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर, सांची व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

इनका कहना है।

नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी संकेतक बोर्ड नही लगाए हैं। इसीलिए यहां पर आए दिन हादसे बढ़ रहे हैं। इस सड़क को शीघ्र ही 4 लाईन किया जाए। लोग तो अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहने लगे हैं।

रघुवीर मीणा, सरपंच ग्रा.पं. खोहा।

में सलामतपुर से प्रतिदिन भोपाल अपडाउन करता हूँ। जब भोपाल विदिशा हाइवे से निकलता हूं तो यहां से निकलने में जान का खतरा लगता है। क्योंकि सड़क पर बहुत बड़े बड़े गड्ढे हो रहे हैं। कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। लेकिन शिकायतों के बाद भी अफसर कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं। ऐसा लगता है कि शायद उन्हें कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार है।

साजिद खान, सलामतपुर।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM