-कुछ दिन पूर्व ही इसी पुलिया में गिरी थी कार जिसमें सवार मां बेटी की हुई थी मौत

-ज़िम्मेदार अधिकारियों के गैरज़िम्मेदाराना रवैये के चलते हुए बने हैं ऐसे हालात

-स्थानीय रहवासियों ने नहर की रैलिंग को 3 फ़ीट ऊंचा करने की मांग की।

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के सलामतपुर रोड पर पिछले कई वर्षों से भी अधिक समय से सिंचाई विभाग की नहर के ऊपर बनी हुई बिना रैलिंग की पुलिया के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। इस मामले में स्थानीय निवासियों ने कई बार इस  पुलिया के पुनः निर्माण करने की शिकायत की है। उसके बावजूद भी अधिकारी इस और ध्यान नही दे रहे हैं। जिसकी वजह से प्रतिदिन कोई न कोई वाहन चालक इस बिना रैलिंग की पुलिया में टकराकर नीचे नहर में गिरकर घायल हो रहे हैं और कुछ की मौत भी हो चुकी है। यह मामला स्टेट हाइवे 18 के भोपाल विदिशा मेन रोड सलामतपुर का है। इसी मार्ग से आए दिन मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विदिशा जाते रहते हैं। वहीं पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी सहित कई विदेशी वीआईपी लोगों का सांची आना जाना रहता है। और भोपाल विदिशा रोड के इसी बिना रैलिंग की पुलिया के मार्ग से ही प्रतिदिन हजारों छोटे बड़े वाहन निकलते हैं जो भोपाल से विदिशा, रायसेन, सागर, जबलपुर, यूपी, गुजरात आदि स्थानों पर जाते हैं। इसके बाद भी ऐसा लगता है कि पीडब्ल्यूडी विभाग कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है और कोई बड़े हादसे के इंतेज़ार में बैठा हुआ है। और इस पुलिया का पुनः निर्माण नही करा रहा है। स्थानीय नागरिक इस बिना रैलिंग की पुलिया के बारे में कई बार शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन विभाग ध्यान नही दे रहा है। जबकि अब तो रोड के दोनों और की पुलिया रात के समय पूरी तरह से दिखाई ही नही देती है। वहीं स्थानीय नागरिकों में इस समस्या का समाधान नही होने से काफी आक्रोश है। नागरिकों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर शीघ्र ही इस समस्या का समाधान नही हुआ तो वह आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगें।

कुछ दिन पूर्व कार एक्सीडेंट में इसी पुलिया में गिरकर मां बेटी की हुई थी मौत---27 फरवरी को भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के संघमित्रा होटल के पास नहर वाले मोड़ पर एक कार अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई थी। जिससे कार में सवार एक ही परिवार के आठ लोगों में से मां बेटी की मौत हो गई थी और कार चला रहा पुत्र गंभीर घायल हो गया था। और अन्य लोगों को भी चोटें आईं थीं। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची सलामतपुर पुलिस ने घायलों को कांच तोड़कर बाहर निकाला और तत्काल सांची सामुदायिक रेफर किया। घायलों को सांची से विदिशा और फिर भोपाल रेफर किया गया। वहीं इस दुर्घटना में मां फूलबती बाल्मीकि पत्नी कल्याण बाल्मीकि निवासी बाबड़िया कला भोपाल उम्र 40 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई और इनकी बेटी जमना बाल्मीकि की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी।

पुलिया तोड़कर नहर में गिर चुका है ट्रक जिससे रायसेन गई हलाली पाइप लाइन भी फूटी थी---

सलामतपुर और त्रिमूर्ति चौराहा के बीच में निकली सिंचाई विभाग की हलाली  नहर पुलिया की दीवार तोड़ ट्रक गिर गया था। जिसमें ड्राइवर क्लीनर को मामूली चोटें आई थी। ट्रक के नहर में गिरने से नहर भी बंद करना पड़ी और हलाली डेम से रायसेन गई पानी की लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिससे  एक हफ्ते तक रायसेन की जल प्रदाय सेवा भी प्रभावित रही थी। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मैहर से सीमेंट भरकर भोपाल जा रहा ट्रक क्रमांक एमएच18 बीजी 9797 रात लगभग 1 बजे भोपाल विदिशा हाइवे पर स्तिथ नहर की पुलिया में गिर गया। गौरतलब है कि हलाली डैम की डी 3 नहर जो हाईवे क्रास करके निकली है उसकी पुलिया की पैराफिट वाल पिछले कई वर्षों से टूटी पड़ी थी। विभाग का ध्यान कई बार आकर्षित करने के बाद पुलिया की रिपेयरिंग की गई। लेकिन रिपेयरिंग के नाम पर बमुश्किल एक एक फिट की रेलिंग दीवार दोनों और उठाई गई। जिसकी वजह से यहां पर आए दिन हादसे हो रहे हैं।

भोपाल विदिशा हाइवे की इसी पुलिया से प्रतिदिन गुजरते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर नहर वाली पुलिया से होते हुए जाते हैं। जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि पुलिया के दोनों और मुश्किल से एक फिट से भी छोटी रैलिंग बनाई गई हैं। जो रात के समय दिखाई भी नही देती।

हाइवे 18 को 4 लाईन करने से भी आ सकती हैं हादसों में कमी--- भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, सांची, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस भी इस सड़क को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर, सांची व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है। क्योंकि फोर लाईन करने की वजह से हादसों में कमी आ सकती है।

 

इनका कहना है।

भोपाल विदिशा स्टेट 18 हाइवे के मेन रोड सलामतपुर की बिना रैलिंग वाली नहर पुलिया की वजह से प्रतिदिन वाहन चालक नहर में गिरकर हादसों का शिकार हो रहे हैं। जबकि इसी मार्ग से पूर्व सीएम, मंत्री व वीआईपी का आवागमन होता रहता है। पूर्व में कई बार विभाग को पत्र लिखकर भी इस समस्या से अवगत करा चुके हैं। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।

सलामतपुर मेन भोपाल विदिशा रोड सिंचाई विभाग की नहर के ऊपर बनी पुलिया पिछले कई वर्षों से अधिक समय से बिना रैलिंग की स्तिथि में पड़ी हुई है। जिसकी वजह से हादसे निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। अभी पिछले सप्ताह ही एक कार नीचे नहर में गिर चुकी है। जिसमें मां बेटी की मौत भी हो गई थी। उसके बाद भी विभाग रैलिंग की हाइट 3 या 4 फिट नही कर रहा है।

कालूराम मीणा, सरपंच ग्रा.पं. खोहा।

स्टेट हाइवे 18 के सलामतपुर मेन रोड की नहर वाली पुलिया कई सालों से आधी अधूरी बनी हुई है। जिसकी वजह से पुलिया में रोज़ वाहन चालक गिरकर अपने हाथ पैर तुड़वा रहे हैं। इसके बाद भी विभाग के कानों में जूं तक नही रेंग रही है। अगर शीघ्र ही इस पुलिया का पुनः निर्माण नही किया गया तो स्थानीय नागरिक आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।

हमजा जाफरी, पूर्व उपसरपंच सुनारी सलामतपुर |


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM