बालमपुर के पास पुलिया से नीचे जाकर पलटा ट्रक, ड्राइवर क्लीनर को आई मामूली सी चोंटे
-हाइवे 18 सड़क पर गड्ढों की वजह से आए दिन हो रहे हैं हादसे
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे 18 बालमपुर के पास शुक्रवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब भोपाल से विदिशा की ओर जा रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे जाकर पलट गया। शुक्रवार सुबह एक ट्रक यूपी84 एफ 9357 जो भोपाल से विदिशा की और जा रहा था, बालमपुर के पास अचानक अनियंत्रित हो गया। ड्राइवर ट्रक पर से नियंत्रण खो बैठा और ट्रक पुलिया से नीचे जाकर पलट गया। वो तो गनीमत रही कि इस घटना में ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर ने कूदकर अपनी जान बचा ली जिसकी वजह से दोनों को मामूली सी चोटें ही आईं हैं। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला।
भोपाल विदिशा हाइवे से प्रतिदिन गुजरते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, भोपाल, विदिशा व मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर बालमपुर की घाटी से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर सलामतपुर, रेलवे ओवरब्रिज, बेरखेड़ी चौराहा, दीवानगंज, सूखी सेवनिया से होते हुए घाटी तक जाते हैं। जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो जाते हैं। क्योंकि सड़क काफी छोटी है। और दोनों और सुरक्षा के लिहाज से रेलिंग तो लगाई गई है। लेकिन वह भी फिर से जगह जगह से टूटने लगी है।
अत्यधिक दवाब के चलते बढ़ रहे हैं हाइवे सड़क में गड्ढे---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे सड़क काफी छोटी है। इस इस मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से आए दिन बड़ी दुर्घटनाएं यहां पर घटित हो रही हैं। अभी कुछ दिन पूर्व ही विदिशा के 3 पत्रकार भी इसी सड़क के गड्ढों की वजह से हादसे में अपनी जान गवां चुके हैं। अभी एक सप्ताह पहले ही हलाली डेम रोड से आ रही एक कार चालक ने दो वाहनों को टक्कर मार दी थी। जिसमें दीवानगंज गांव के एक युवक की मौत भी हो गई थी। अब सलामतपुर के ग्रामीणों ने हाइवे को फ़ोर लाइन करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहां है कि शीघ्र ही हाइवे को फ़ोर लाइन किया जाए। नही तो गर्मीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे।