-ग्राम मुश्काबाद और सत्ती के बीच पड़ने वाले रास्ते पर आया पानी

-पुल की हाइट कम होने के कारण, ज़रा सी बारिश में पुल पर आ जाता है पानी 

-निर्माण के समय ग्रामीणों ने हाइट को लेकर उठाई थी आपत्ति, नही हुई थी सुनवाई

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

रायसेन जिले में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश का दौर जारी है। जिससे क्षेत्र के नदी नाले उफान पर हैं। रायसेन जिले के सांची विकासखंड के अंतर्गत ग्राम मुश्काबाद और सत्ती के बीच पढ़ने वाली घोड़ापछाड़ नदी के पुल पर 5 फीट ऊपर से पानी बह रहा है। जिससे इन गांव का शहर से संपर्क टूट गया है और 10 गांव के लोगों का रास्ता बंद हो गया है। जिनमें शाहपुर, भरतीपुर, कालिटोर पिपरई, बेसर, कालोनी, मादा, जोगीपुरा गांव शामिल हैं। लोग इस पार से उस पार जाने के लिए नदी किनारे बैठकर नदी उतारने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल मौजूद है। किसी को भी जान जोखिम में डालकर नदी पर नहीं करने दिया जा रहा है।

पुल की हाइट है कम, ज़रा सी बारिश में हो जाता है रास्ता बंद, निर्माण के समय ग्रामीणों ने हाइट को लेकर उठाई थी आपत्ति--ग्रामीणों का कहना है कि जब घोड़ापछाड़ पुल का निर्माण किया जा रहा था तो इसमें जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। ग्रामीणों की मांग थी की इस पुल को और ऊंचा किया जाए। मगर जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार ने ग्रामीणों की बात नही सुनी। और उनकी मनमानी के चलते हाइट नही बड़ाई गई। जिसकी वजह से 10 गांव के हज़ारों ग्रामीणों को हर साल बारिश में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी गर्भवती महिलाओं को चारपाई पर उठाकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है तो कभी बीमारी को तो कभी मृतकों को भी इसी तरह से चारपाई के सहारे नदी पार करना पड़ती है।

खटिया पर रखकर युवक के शव को पार कराई थी नदी---27 जुलाई को भी घोड़ापछाड़ नदी पर 3 फिट पानी होने से एक बीमार युवक राजू सिसोदिया निवासी हिनोतिया गांव समय से अस्पताल नही पहुंच पाया था और जब पहुंचा तो बहुत देर हो चुकी थी। और उसकी मौत हो गई। लेकिन बात यहीं तक नहीं रुकी थी। युवक के शव को वापस अस्पताल से घर लाने के लिए भी ग्रामीणों को जद्दोजहद करना पड़ी। नदी तक तो युवक के शव को एंबुलेंस से लाया गया। मगर आगे का सफर जान जोखिम में डालने वाला था।गांव के युवकों ने जान जोखिम में डालकर कमर तक पानी में से युवक के शव को खटिया पर रखकर नदी पार कराई। 

रायसेन जिले के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं---बारिश के मौसम में निचले इलाकों में बसे गांवों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। नदियों के उफान पर होने के कारण कई स्थानों पर गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। जिसके चलते ग्रामीणों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के कई गांव टापू बने हुए हैं।

इनका कहना है।

घोड़ापछाड़ नदी के पुल पर 5 फीट पानी आने की वजह से कई गांवों का रास्ता बंद हो गया है। कोई ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार नही करे इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल मौके पर तैनात किया है।

दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।

पुल की हाइट कम होने से ज़रा सी बारिश होने पर ही रास्ता बंद हो जाता है। अभी पुल के ऊपर लगभग 5 फिट पानी है। पानी चढ़ने की वजह से बीमार या पीड़ित को समय से मदद नही मिल पाती है। कुछ दिन पहले ही एक युवक राजू सिसोदिया की मौत इसी वजह से हो चुकी है। यह अकेला मामला नही है। 10 से 12 गांवों के हज़ारों ग्रामीण बारिश के मौसम में हर साल पुल पर पानी चढ़ने से परेशान होते हैं। गर्भवती महिलाओं को भी खटिया पर लेटाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है।

शफीक खान, स्थानीय ग्रामीण मुड़ियाखेड़ा।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28