बिजली खंभों पर केवल डालने का कार्य हुआ बंद, कुछ हिस्से अभी भी तारों के भरोसे
वसीम कुरैशी सांंची रायसेन। IND28 हर खबर पर पैनी नज़र
नगर भर में बडे जोर शोर से मप्र वि वि कंपनी ने बिजली खंभों से तार हटाकर केवल डालने का काम बडे स्तर पर चलाया और इन केवल डालने का काम ठेकेदार को सौंपा गया। परन्तु कुछ क्षेत्रों में केवल डाली गई इसके बाद केवल बिछाने का काम टांय टांय फिश होकर रह गया जिससे अनेक क्षेत्र तारों के भरोसे चल रहे है। और बोल्टेज की समस्या से लोग परेशान हो रहे है। मंडल के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी से मुंह छिपाये बैठे हैं। जानकारी के अनुसार पहले इस नगर भर मे बिजली खंभों पर तार का जाल फैला हुआ था तथा इन तारों से लोग आसानी से डग्गे डालकर बिजली की चोरी कर लेते थे तथा कभी कभी बिजली टूटकर गिरने से दुर्घटना का अंधेशा बना रहता था इस सब को ध्यान में रखते हुए मप्र विवि कंपनी द्वारा तार के जालों से छुटकारा दिलाने तथा बिजली चोरी रोकने के लिए नगर भर में बडे जोरशोर से खंभों से तार हटाकर उसके स्थान पर केवल डालने का काम शुरु कर दिया था जिससे लोगों को बिजली की समस्या से छुटकारा तथा बोल्टेज के घटने बढने की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद जागी थी परन्तु मंडल एवं कंपनी के ठेकेदार द्वारा कुछ स्थानों पर केवल डाली तथा आधी अधूरी केवल डालकर इतिश्री कर ली ।बताया जाता है इस केवल के साथ नये बिजली खंभे भी खडे किये जाने थे परन्तु इन बिजली खंभे खडे होने मे निजी भूस्वामियों ने भी अपनी आपत्ति जताई इस कारण यह काम अधूरा ही छोड़ मंडल अधिकारी बेफिक्र होकर बैठ गए तब जहां जहां खंभो पर तार रहे हैं वहां लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है हद तो तब हो जाती हैं जब बोल्टेज की घटने बढने की समस्या से लोगों के विद्धुत उपकरण खराब होने लगते है बिजली अधिकारी कर्मचारियों को अवगत कराने के बाद भी निराकरण करने की जहमत नहीं उठा पाते ।ऐसा ही एक मामला वार्ड नं 5 मे एक लाइन में खंभे पर तीन तार से एक तार टूट कर गिर गया सूचना देने पर मंडल कर्मचारी गिरा तार लेकर चलते बने तथा इस लाइन पर उपभोक्ता दो तार पर निर्भर हो गए तभी से इन उपभोक्ताओं को बोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ रहा है तथा इस दौरान बिजली उपकरण खराब होने से समस्या से जूझ रहे हैं जबकि उपभोक्ताओं द्वारा मंडल के सहायक प्रबंधक सहित कर्मचारियों को अनेकों बार अवगत कराया गया परन्तु न तो अधिकारी न ही कर्मचारियों को ही समस्या के निराकरण की फुरसत मिल पा रही हैं जबकि मंडल अपनी वसूली हेतु अपना सख्त रवैया अपनाते तो दिखाई दे जाते है परन्तु समस्या हल करने गंभीर नहीं हो पाते ।इसके साथ साथ नगर भर मे जो बिजली का केवली करण किया गया है वह केवल भी कहीं न कहीं अपनी गुणवत्ता बारबार जलकर बखान करती हैं तब नगर में बिजली कब चली जाये कब आये कुछ नहीं कहा जा सकता है ।हमेशा बिजली जाने के कारण के पीछे मंडल कर्मचारियों का एक ही जवाब रहता है केवल जल गई हैं तब कहीं न कहीं केवल खरीदी मे भी मंडल की बडी राशि बंदरबांट की भेंट चढ़ गई हैं जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है ।