-बेरखेड़ी चौराहे पर लंबी दूरी की बसों की वजह से हो रहे हैं हादसे, ढाबों पर बसें रोककर लगाते हैं जाम

-यातायात विभाग ने 1 दिन ही की औपचारिक कार्रवाई, लेकिन नही बदले हालात

-यातायात विभाग और पुलिस की मिलीभगत से चल रही है ढाबा संचालकों की मनमर्ज़ी

-ऊंची पहुंच के चलते नही होती ढाबा संचालक पर कार्रवाई

-स्थानीय ग्रामीणों ने कलेक्टर SP से कार्रवाई की मांग की

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

बेरखेड़ी चौराहे पर बसों के कहीं भी रोकने के कारण हो रहे हादसों की खबर IND28 न्यूज़ वेबसाइट पर लगने के बाद 1 सितंबर को रायसेन यातायात विभाग ने कार्रवाई की थी। लेकिन यह कार्रवाई भी औपचारिक ही साबित हुई क्योंकि कार्रवाई के दूसरे दिन से ही बेरखेड़ी चौराहे के गुरुनानक ढाबे पर फिर से बसों का जमघट लगना शुरू हो गया है। जो निरंतर चल रहा है। यात्रियों की वजह से भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर भीड़ लगी रहती है। जिसकी वजह से हाइवे पर हादसे हो रहे हैं।ओर जाम की स्तिथि निर्मित होती है। सबसे ज़्यादा बसें गुरुनानक ढाबे पर खड़ी की जाती हैं। वहीं रायसेन आरटीओ प्रतिदिन हाइवे पर चेकिंग करते हैं परंतु उनको यह बसें नज़र नही आती हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर अरविंद दुबे और नए पुलिस कप्तान पंकज पांडे से बस संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है। और कहा है कि कार्रवाई ऐसी होना चाहिए कि बस संचालक ढाबों पर बसें रोकने से डरें। गौरतलब है कि एक सप्ताह की भीतर ही इस रोड पर कई दुर्घटनाएं इन बसों के चलते हो चुकी है। लेकिन यातायात विभाग या पुलिस विभाग इन बसों पर कार्रवाई नही करता है। जिसकी वजह से इन बसों के ड्राइवरों के हौसले बुलंद हैं। और वह बसों को हाइवे पर कहीं भी खड़ी कर देते हैं। 

रायसेन यातायात विभाग ने 1 दिन ही कि औपचारिक कार्रवाई, लेकिन नही बदले हालात---भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे 18 पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में बसें नियम विरुद्ध दौड़ रही हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस या परमिट चेक नहीं किया जाता है। इन बसों के संचालकों द्वारा यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। पिछले हफ्ते रायसेन यातायात विभाग द्वारा औपचारिकता करते हुए एक दिन ही बसों सहित अन्य वाहनों पर कार्रवाई की थी। लेकिन उसके अगले दिन ही बस संचालकों की मनमानी फिर से शुरू हो गई थी। जो आज भी निरंतर चल रही है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि रायसेन आरटीओ प्रतिदिन सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं। लेकिन उनको ये लंबी दूरी की बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही ऐसी बसों पर कार्रवाई नही की गई तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी।स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि इन बसों पर नियंत्रण किया जाए। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

प्रतिदिन हाइवे से निकलती हैं लगभग 100 बसें---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर , झाँसी  से इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें हाइवे के ढाबों पर रुकती हैं और इसके साथ ही अंधी रफ़्तार से भी चलती हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डम्फर ईंट, ढोने बाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी ड्यूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

गुरुनानक ढाबे पर लगता है बसों का जमावड़ा---सलामतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बेरखेड़ी चौराहे पर स्तिथ गुरुनानक ढाबे पर प्रतिदिन लंबी दूरी की बसें रुकती हैं। जो हाइवे पर जाम की स्तिथि निर्मित करती हैं। इन बसों की सवारियां भी हाइवे 18 पर एकत्रित होकर भीड़ लगाती हैं। जिससे हादसे का अंदेशा रहता है। बताया जा रहा है कि ढाबा संचालक ने रायसेन आरटीओ से सांठगांठ कर रखी है। इसलिए आरटीओ बसों पर कार्रवाई करने से कतराते हैं। जबकि इन बसों का परमिट भोपाल से बाया रायसेन होते हुए जाने जा रहता है। बावजूद इसके बसों को बिना इस रूट परमिट के सलामतपुर होते हुए ले जाता जाता है।

इनका कहना है।

आपके द्वारा ये मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है। वैसे तो इस मामले में रायसेन यातायात विभाग को बसों पर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा ढाबा संचालक को समझाईश दी जाएगी। 

दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।

लंबी दूरी की बसें बेरखेड़ी चौराहे के गुरुनानक ढाबे पर रुककर हाइवे पर कहीं भी खड़ी की जाती हैं। इन बसों की सवारियां भी हाइवे पर जगह-जगह भीड़ लगाती हैं। जिसकी वजह से हादसों का अंदेशा रहता है। ऐसी बसों के परमिट निरस्त कर कार्रवाई की जाए।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई। 

स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार शिकायत के माध्यम से ज़िम्मेदार अफसरों को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन समस्या का समाधान कई वर्ष बीतने के बाद भी संभव नही हो सका। और भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर हादसे बढ़ रहे हैं।

हमजा जाफरी, पूर्व उपसरपंच सलामतपुर।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28