-स्थानीय फायर ब्रिगेड फेल, रायसेन से बुलाई गई दमकल, रहवासी खुद उतरे मोर्चे पर

वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर ख़बर पर पैनी नज़र)

बौद्ध स्थापत्य और विश्व धरोहर के लिए प्रसिद्ध सांची नगर एक बार फिर लापरवाही और प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ गया। कलेक्टर द्वारा जारी नरवाई जलाने पर प्रतिबंध के बावजूद, लगातार हो रही आगजनी की घटनाओं ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताज़ा मामला सांची की हेडगेवार कॉलोनी का है, जहां खेत में लगाई गई नरवाई की आग बेकाबू होकर कॉलोनी तक पहुंच गई। आग ने सीवर लाइन को भी नुकसान पहुंचाया और कॉलोनीवासियों में अफरा-तफरी मच गई।

स्थानीय नगर परिषद के पास मौजूद फायर ब्रिगेड वाहन इस बार भी खराब निकला। सूचना मिलने पर जब तक रायसेन से फायर ब्रिगेड पहुंची, तब तक आग कॉलोनी की सीमा तक फैल चुकी थी। स्थानीय नागरिकों ने भी बाल्टियों और पाइपों की मदद से आग पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाई।घटना की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार नियति साहू मौके पर पहुंचीं और हालात का जायज़ा लिया। इससे पहले धनियाखेड़ी गांव में भी नरवाई की आग गांव की सीमा तक पहुंच गई थी, लेकिन फायर ब्रिगेड की विफलता वहां भी सामने आई थी। उस दिन बिजली न होने से फायर ब्रिगेड पानी विहीन रह गई थी।प्रशासन द्वारा नरवाई जलाने वालों पर कार्रवाई की बात कही जाती रही है, लेकिन ज़मीनी हालात इसके विपरीत हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि जब सांची जैसा अंतरराष्ट्रीय महत्व का शहर फायर सेफ्टी के नाम पर असहाय है, तो जिले के अन्य ग्रामीण अंचलों की स्थिति क्या होगी?स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से फायर ब्रिगेड व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त करने और नरवाई पर सख्त रोक लागू करने की मांग की है।इस मामले में कालोनी निवासी दीपक राय ने बताया कि नरवाई की आग जैसे ही कालोनी पहुंची तो लोगो मे घबराहट बढ गई तत्काल फायरब्रिगेड को सूचना दी गई परन्तु वह खराब होने के कारण सुधरवाई जा रही थी तब रायसेन सूचना दी गई तब फायरब्रिगेड पहुंच सकी इस अग्नि से सीवर लाइन के पाइप भी जल गए है तथा रहवासियों ने भी मशक्कत करते हुए आग पर काबू पाया जा सका ।वरना बडी घटना घट सकती थी ।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28