भगवान भरोसे चल रहे बालक छात्रावास, अधीक्षक रह रहे घरों में
वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
इन दिनों सरकार द्वारा संचालित हरिजन आदिवासियों को ठहरने एवं भोजन पानी की सुविधाओं से तैयार छात्रावासों की जिम्मदारो की मनमानी के चलते हालत दयनीय बनकर रह गई है ।इन छात्रों के नाम पर जिम्मेदारी सम्हालने वाले बारे न्यारे हो रहे हैं जिम्मेदार सुध नहीं ले पा रहे हैं ।
जानकारी के अनुसार इस नगर सहित आसपास लगभग पांच छात्रावास दूर दराज के छात्र छात्राओं के लिए शिक्षा विभाग सर्वसुविधायुक्त सुविधाओं से तैयार कर ठहरने खाने पीने की व्यवस्था सहित उनके देखरख की जिम्मेदारी हेतु संचालित किये जा रहे है परन्तु इन छात्रों को ठहरने के नाम पर भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता हैं जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी अपने घरों में रहकर पूरी करने में पीछे नहीं दिखाई देते इन छात्रावासों की सुध लेने की फुरसत विभाग को नही मिल पा रही हैं हालांकि काफी समय पहले सीएमराइज स्कूल में छात्र छात्राओं को लाने ले जाने के लिए बसों का शुभारंभ करने के उपरांत पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक डा प्रभूराम चौधरी ने सांची स्थित कन्या छात्रावासों का औचक निरीक्षण कर लिया था तब इन छात्रावासों मे काफी कमियां उजागर हुई थी तब उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों की लताड़ भी लगा दी थी तथा समय समय पर इनकी जांच पडतात के निर्देश भी दिये गए थे ।बावजूद इसके छात्रावासों का ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है यही हाल आमखेड़ा स्थित उत्कृष्ट बालक छात्रावास जो सांची से लगभग तीन किमी दूर सुने मे संचालित किया जा रहा है इस छात्रावास में लगभग 50 छात्रों के रहने खाने पीने की व्यवस्था सरकार द्वारा की गई है परंतु इस छात्रावास में इन दिनों मात्र पांच छात्र ही ठहरकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जबकि इन छात्रों के लिए नियम सांस्कृतिक कार्यक्रमों खेलकूद खाने पीने के नियम तो बना डाले परन्तु इन छात्रों को न तो किसी खेलकूद न ही किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम मे ही प्रोत्साहित करने कदम उठाए जाते बल्कि शासन द्वारा तैयार मीनू का ही पालन हो पा रहा है इस छात्रावास में वर्षों से जमे अधीक्षक जो सांची मे अपने आवास पर रहकर मनमर्ज़ी से आना जाना करने का बताया जाता है तथा इन दूर दराज के छात्रों को यहाँ भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है इतना ही नहीं इस छात्रावास में दिनदहाड़े मुख्य द्वार पर ताला जड दिया जाता हैं तथा अपने होने की उपस्थिति यहाँ अपनी कार खडी कर दर्शाई जाती हैं जब इस छात्रावास मे उपस्थित छात्रों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जितेंद्र जो 11 वी कक्षा की पढाई कर रहा है कारीटोर गांव का है तथा प्रहलाद भी 11 वी का छात्र है चांदना गांव का है बिसाल जो दसवीं कक्षा का छात्र है एवं शेखर सुंड एवं कायमपुर के हैं जो दसवीं एवं नवी कक्षा में अध्ययन रत हैं जो यहां से सांची तीन किमी सीएम राइज स्कूल में शिक्षा ग्रहण करते हैं उन्होंने बताया कि रात मे एक चौकीदार रहता है तथा एक साफ सफाई के लिए बाई रखी गई है तथा एक बाई भोजन की व्यवस्था करने लगाई गई है इसके साथ ही मीनू अनुसार शाम मे इन्हें चाय स्वल्पाहार की व्यवस्था है परंतु मिल नहीं पाती ।साथ ही मीनू अनुसार साफ सफाई बागवानी टेलीविजन कोचिंग जैसे अनेक मीनू तो बना दिये गए परन्तु यह मीनू छात्रों की पहुंच से बहुत दूर दिखाई देते हैं जबकि इस छात्रावास की सम्पूर्ण जिम्मेदारी रमेश कुमार रजक सहायक शिक्षक के हाथों में सौपी गई है जिनका आवास सांची मे होने के कारण अधिकांश समय छात्रावास में न रहकर सांची मे गुजरता है इसके साथ ही मोहन सिंह कुशवाह जो जल वाहक स्थाई कर्मी हैं छात्रावास की सभी जिम्मेदारी सौंपी गयी है बावजूद इसके छात्रों को छात्रावास में भगवान भरोसे रहना पड रहा है इस स्थिति मे इन छात्रों की कहीं कोई सुरक्षा के इंतजाम भी नही दिखाई देते है ।