सलामतपुर में कार को बचाने के प्रयास में पलटा भूसे से भरा ट्रक, बड़ा हादसा टला
-पहले भी नहर की पुलिया में कार के गिरने से हो चुकी है मां बेटी की मौत
-नहर पुलिया की ऊँचाई कम होने से लगातार हो रहे हैं हादसे
-इस मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार की शिकायत, नही हुई सुनवाई
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
भोपाल विदिशा स्टेट हाईवे 18 सलामतपुर की नहर वाली पुलिया के पास फिर से हादसा हो गया। यहां पर सामने से आ रही कार को बचाने के चक्कर में एक ट्रक रोड के साइड में उतरकर पलट गया। हालांकि इस हादसे में ड्राइवर को कोई चोट नहीं आई है। जबकि पास में ही 33 केवी बिजली लाइन का खंभा भी था। गनीमत रही की ट्रक खंभे से नहीं टकराया नहीं तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। ट्रक चालक ने बताया कि वह अंबा नगर से चने का भूसा भरकर ट्रक एमपी09 जीएफ 2579 से इंदौर जा रहा था। देर रात लगभग 2 बजे के आसपास जैसे ही सलामतपुर की नहर की पुलिया के पास पहुंचा तो भोपाल की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार को बचाने के चक्कर में ट्रक रोड से नीचे उतरकर पलट गया। वहीं उन्होंने बताया कि पुलिया पर रैलिंग बहुत नीची बनी हुई है और सड़क की कम चौड़ाई है इस रोड को फोरलेन होना चाहिए। सड़क की साइट भी नहीं भरी है जिससे ट्रक पलट गया। वहीं स्थानीय रहवासियों ने बताया कि पुलिया की उचांई कम होने की वजह से आए दिन यहां पर वाहन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जबकि स्थानीय रहवासी कई बार पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर शिकायत कर चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई।
10 महीने पहले ही कार एक्सीडेंट में इसी पुलिया में गिरकर मां बेटी की हुई थी मौत---27 फरवरी को भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के संघमित्रा होटल के पास नहर वाले मोड़ पर एक कार अनियंत्रित होकर नहर में पलट गई थी। जिससे कार में सवार एक ही परिवार के आठ लोगों में से मां बेटी की मौत हो गई थी और कार चला रहा पुत्र गंभीर घायल हो गया था। और अन्य लोगों को भी चोटें आईं थीं। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची सलामतपुर पुलिस ने घायलों को कांच तोड़कर बाहर निकाला और तत्काल सांची सामुदायिक रेफर किया। घायलों को सांची से विदिशा और फिर भोपाल रेफर किया गया। वहीं इस दुर्घटना में मां फूलबती बाल्मीकि पत्नी कल्याण बाल्मीकि निवासी बाबड़िया कला भोपाल उम्र 40 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई और इनकी बेटी जमना बाल्मीकि की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी।
पुलिया तोड़कर नहर में गिर चुका है ट्रक जिससे रायसेन गई हलाली पाइप लाइन भी फूटी थी---सलामतपुर और त्रिमूर्ति चौराहा के बीच में निकली सिंचाई विभाग की हलाली नहर पुलिया की दीवार तोड़ ट्रक गिर गया था। जिसमें ड्राइवर क्लीनर को मामूली चोटें आई थी। ट्रक के नहर में गिरने से नहर भी बंद करना पड़ी और हलाली डेम से रायसेन गई पानी की लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिससे एक हफ्ते तक रायसेन की जल प्रदाय सेवा भी प्रभावित रही थी। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मैहर से सीमेंट भरकर भोपाल जा रहा ट्रक क्रमांक एमएच18 बीजी 9797 रात लगभग 1 बजे भोपाल विदिशा हाइवे पर स्तिथ नहर की पुलिया में गिर गया। गौरतलब है कि हलाली डैम की डी 3 नहर जो हाईवे क्रास करके निकली है उसकी पुलिया की पैराफिट वाल पिछले कई वर्षों से टूटी पड़ी थी। विभाग का ध्यान कई बार आकर्षित करने के बाद पुलिया की रिपेयरिंग की गई। लेकिन रिपेयरिंग के नाम पर बमुश्किल एक एक फिट की रेलिंग दीवार दोनों और उठाई गई। जिसकी वजह से यहां पर आए दिन हादसे हो रहे हैं।
भोपाल विदिशा हाइवे की इसी पुलिया से प्रतिदिन गुजरते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर नहर वाली पुलिया से होते हुए जाते हैं। जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि पुलिया के दोनों और मुश्किल से एक फिट से भी छोटी रैलिंग बनाई गई हैं। जो रात के समय दिखाई भी नही देती।
इनका कहना है।
बीती रात भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 की नहर वाली पुलिया के पास एक ट्रक पलट गया है। जिसमें किसी को भी कोई चोट वगैरह नही आई है। मामले को जांच में लिया है।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।
स्टेट हाइवे 18 के सलामतपुर मेन रोड की नहर वाली पुलिया कई सालों से आधी अधूरी बनी हुई है। जिसकी वजह से पुलिया में रोज़ वाहन चालक गिरकर अपने हाथ पैर तुड़वा रहे हैं। इसके बाद भी विभाग के कानों में जूं तक नही रेंग रही है। अगर शीघ्र ही इस पुलिया का पुनः निर्माण नही किया गया तो स्थानीय नागरिक आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
हमजा जाफरी, पूर्व उपसरपंच सुनारी सलामतपुर।