-अम्बाडी गांव में लोहे के खंबे में करंट आने से गाय घायल

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

कस्बे सहित दीवानगंज, अम्बाडी क्षेत्र में वर्षों पुराने लोहे के बिजली खंबे लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहे हैं। कस्बे के कई हिस्सों में लगे ये बिजली के पुराने खंबे आए दिन किसी ना किसी हादसे को न्योता दे रहे हैं। कई बार आसपास के लोग भी इन खंबों में आने वाले करंट की चपेट में आ चुके हैं। बारिश का मौसम आते ही यह बिजली के पुराने लोहे के खंबे यमराज के रूप में दिखाई देने लगते हैं। और करंट इनमें आने लगता है। शनिवार को सलामतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम अम्बाडी गांव में लोहे के बिजली खंबे की चपेट में आने से एक गाय को करंट लग गया। जिससे वह नीचे गिरकर घायल हो गई। मौजूद लोगों ने गाय को तड़पता देख उसको बचाया। क्षेत्र भर में ऐसे कई लोहे के खंबे बिजली विभाग की लापरवाही से खड़े हुए हैं।जो बारिश आते ही करंट के शॉर्ट मारना शुरू कर देते हैं। मगर विद्युत विभाग द्वारा इन लोहे के खंबों की जगह सीमेंट के खंबे बदलने में लापरवाही बढ़ती जा रही है। इन लोहे के खंबों से हरदम हादसे की संभावना रहती है। स्थानीय लोगों द्वारा इन बिजली के खंबों की जगह सीमेंट के खंबे कराने की मांग की जा रही है।

40 साल पुराने हो चुके हैं बिजली के खंबे--उल्लेखनीय है कि करीब 40 साल पुराने लोहे के बिजली खंभे आज भी क्षेत्र की कई जगहों पर देखे जा रहे हैं। इन खंबों की चपेट में कई बेसहारा पशुओं की मौत हो चुकी है। इन खंबों से होकर गुजरने वाली हाई वोल्टेज बिजली की तारों की भेंट भी कई पक्षी चढ़ चुके हैं। इन समस्याओं से क्षुब्ध लोगों ने कई बार बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों को शिकायत दी है। लेकिन बिजली विभाग शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। देश में इस समय जहां मेट्रो ट्रेन और 5G का दौर में बिजली विभाग द्वारा आज भी वही गुजरे जमाने के लोहे के खंबों से ही काम चलाया जा रहा है। कई बड़े हादसे होने के बाद भी बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

इनका कहना है।

लोहे के खंबों में बारिश के मौसम में बहुत खतरा रहता है। क्योंकि इनमें करंट उतर आता है। पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। जिसमें स्थानीय ग्रामीण करंट की चपेट में आ चुके हैं। बिजली वितरण कंपनी को समस्या का समाधान करना चाहिए।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच रातातलाई।

आए दिन लोहे के खंबों में आ रहे करंट के कारण हादसे हो रहे हैं। अभी तो गाय इसकी चपेट में आई है। हमारे बच्चे भी यहीं खेलते रहते हैं। कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।बिजली वितरण कंपनी लोहे के खंबे की जगह सीमेंट के खंबे लगाए तो राहत मिल सकती है।

शांति बाई प्रजापति, स्थानीय निवासी अम्बाडी।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM