-भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 स्तिथ सलामतपुर रेलवे फाटक पर बनाया गया है रेलवे ओवरब्रिज

-1 किमी लंबे ब्रिज से रोज निकलते हैं 10 हजार से अधिक वाहन, दुर्घटना का अंदेशा

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 स्तिथ सलामतपुर रेलवे फाटक पर बनाया गया रेलवे ओवरब्रिज 11 साल में ही धसक गया है। पुल पर गहरे-गहरे गड्डे हो गए हैं। और तो और इन गड्ढों से लोहे का सरिया भी बाहर निकल आया है। पुल के दोनों और कि रैलिंग आड़ी हो गई है। वहीं फूटपाथ भी कई जगह से टूट गया है। वहीं ब्रिज के दोनों तरफ लगभग 6 सौ मीटर एरिया के बीच में आठ से दस इंच गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिसमें दो पहिया वाहनों के साथ साथ चार पहिया वाहनों के टायर फंस जाते हैं। जिससे आए दिन दुर्घटना होती रहती है। बीते सात वर्षो में एक दर्जन से अधिक लोग ब्रिज पर दुर्घटना के कारण काल के गाल में समां चुके हैं। ब्रिज के पिलर भी धीरे धीरे धसक रहे हैं। जिससे ब्रिज में दरार बढ़ती जा रही हैं। इस ब्रिज का निर्माण वर्ष 2011 में मध्य प्रदेश ब्रिज कारपोरेशन द्वारा 6 करोड़ की लागत से कराया गया था। यह ब्रिज 2013 में बन कर तैयार हुआ था। अपने बनने के साथ ही यह विवादों में आ गया था। ब्रिज कारपोरेशन के तत्कालीन एसडीओ जो अब सेवानिवृत हो चुके हैं को आपत्ति थी की जिस एरिया में ब्रिज बनाया जा रहा है। वह क्षेत्र ब्लैक कॉटन स्वाइल क्षेत्र है। ब्रिज के पिलर की गहराई कम रखी गयी है। पुल धीरे धीरे धसक जाएगा। लेकिन ब्रिज बना रहे ठेकेदार जो तत्कालीन केन्दीय मंत्री के खासम खास थे के ऊँचे रसूख के चलते तत्कालीन एसडीओ की नही सुनी गई तो उन्होंने दुखी होकर अपना स्थानांतरण करा लिया था। पिछले 11 सालों में एमपीआरडीसी कई बार रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत करा चुकी है। लेकिन अब फिर ब्रिज में गहरे गड्ढे होने के साथ ही दोनों और कि रैलिंग भी टेढ़ी होकर धसक रही है। आलम यह है की ब्रिज पर इतनी दुर्घटना होने लगी हैं कि कई झोलाछाप डॉक्टरों व अस्पतालों ने तो ब्रिज पर लिखवा दिया है की दुर्घटना होने पर संपर्क करें। 

इस ब्रिज से रोज ही कोई न कोई वीआईपी गुजरता है---सप्ताह में एक बार पूर्व मुख्यमंत्री व विदिशा रायसेन संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी शिवराज सिंह भी इसी रेलवे ओवरब्रिज से निकलते हुए विदिशा जाते हैं। वहीं प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यहीं से आना जाना करते रहते हैं। और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के विधानसभा क्षेत्र में आता है यह रेलवे ओवरब्रिज। उसके बाद भी अधिकारियों द्वारा इस और कोई भी ध्यान नही दिया जा रहा है।

कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना---यह ब्रिज दिल्ली मुम्बई मेन रेलवे ट्रैक के उपर बना हुआ है। जिस पर से हर चार मिनिट में ट्रेन निकलती हैं। किसी दिन कोई वाहन दुर्घटना ग्रस्त होकर नीचे से निकल रही ट्रेन पर गिर सकता है। जिससे बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नही किया जा सकता। अब तो खतरा और बढ़ गया है क्योंकि ब्रिज की रेलिंग ही धसक कर आड़ी हो गई है। इतना सब होने के बाद भी एमपीआरडीसी विभाग के अधिकारी गैरज़िम्मेदाराना रवैया अपनाए हुए हैं।

रेलवे ओवरब्रिज में बड़ रहा है गेप---खोहा के सरपंच कालूराम मीणा ने बताया की रेलवे ओवरब्रिज की सड़क के बीच में बड़े बड़े गड्ढे फिर से हो गए हैं। और पुल धीरे धीरे धसक रहा है। और गड्डों में वाहन का टायर फंस जाता है। यात्रियों की मोटरसाईकिल भी कई बार गड्डों में फंस चुकी है। ग्राम गाडरखेड़ी के यशवंत राजपूत, सलामतपुर के कैलाश गोस्वामी, अशोक त्रिपाठी, मयंक साहू, दीपक अहिरवार, हसन मंसूरी आदि का कहना है कि पुल के निर्माण में लापरवाही बरती गई है। समय रहते ध्यान नही दिया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

 

इनका कहना है।

रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य घटिया स्तर का कि"9या गया था। जिसकी वजह से कुछ साल में ही रेलवे ओवर ब्रिज में जगह जगह गड्ढे हो गए हैं और रेलिंग भी धसक कर आड़ी हो गई है। इसी कारण ब्रिज पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्रापं. रातातलाई।

सलामतपुर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 2013 में हुआ था। लेकिन ब्रिज बनने के कुछ समय बाद ही ब्रिज में दरारें आ गईं थी। यह ब्रिज भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर बना है। इस मार्ग पर यातायात का बहुत अधिक दवाब रहता है। ब्रिज के दोनों और की रैलिंग पूरी तरह से छतिग्रस्त हो गई है। वहीं गड्डों में बाइक का टायर घुस जाता है। जिसकी वजह से चालक गिर कर घायल हो रहे हैं।

हमजा जाफरी, पूर्व उपसरपंच सलामतपुर।

में जब भी सलामतपुर से भोपाल मोटरसाइकिल से जाता हूं। तो इसी रेलवे ओवरब्रिज से निकलता हूं।ब्रिज पर बड़े-बड़े गड्ढे होने के साथ ही साइडों से ब्रिज टूट गया है। और रेलिंग भी झुक गई है। यहां से निकलने में जान का खतरा लगता है कि कहीं ये ब्रिज गिर ना जाए। इसके घटिया निर्माण के जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होना चाहिए।

सुरेन्द्र मेहरा, अध्यक्ष बेरोज़गार मज़दूर संगठन सलामतपुर।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM