3 भैंस चुराकर लोडिंग ऑटो से भाग रहे चोरों को सलामतपुर पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार
-हलाली डेम के जंगलों से घांस चर रही भैंसों को चुराकर भोपाल स्लाटर हाउस में बेचने की थी तैयारी
-पुलिस पूछताछ में और भी आरोपी आएंगे घेरे में
-आदतन अपराधी हैं पकड़े गए आरोपी
-तीनों आरोपियों को मंगलवार को रायसेन न्यायालय में किया पेश, मांगा 2 दिन का रिमांड
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
3 चोर जल्दी अमीर बनने का सपना लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। लेकिन चोर अमीर तो बन नही सके बल्कि पुलिस की गिरफ्त में ज़रूर आ गए। जी हां ऐसा ही एक मामला सलामतपुर थाना क्षेत्र के हलाली डेम जंगल में सामने आया है जहां पर तीन चोर एक लोडिंग पिकअप वाहन से जंगल में चर रही तीन भैसों जिनकी कीमत लगभग पचहत्तर से अस्सी हजार रुपए रही होगी को चुराकर भाग जाते हैं। इस मामले की जानकारी भैंस मालिक हरगोविंद पिता मेहताब अहिरवार निवासी खोहा गांव ने थाने में दी।सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी को जानकारी मिलते ही उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देकर तत्काल एक टीम बनाई। जिसमें एसआई आरएस दांगी, प्रधान आरक्षक विकास श्रीवास्तव, जितेन्द्र वर्मा, आरक्षक रामकरण शर्मा, रोहित गोस्वामी, राजू चौहान और सौरभ रघुवंशी को शामिल किया। टीम ने तत्काल लोडिंग पिकअप वाहन एमपी42 ज़ेडसी 4989 का पता करने के लिए क्षेत्र में कई स्थानों पर सीसीटीवी चेक किए तब कहीं चोरों की लोकेशन मिली। लोडिंग वाहन को पहले बेरखेड़ी चौराहे पर रोकने की कोशिश की गई। लेकिन पिकअप को ड्राइवर मौके से भगाकर ले गया। फिर पुलिस ने वाहन का पीछा किया तो चोर लोडिंग वाहन को छुपाकर सूखी सेवनिया के आगे बाय पास रोड पर खड़े हो गए। लेकिन पुलिस ने चोरों को घेराबंदी करके पकड़ने में सफलता हासिल कर ली।
ये चोर आए हैं पुलिस की गिरफ्त में---पुलिस ने लोडिंग पिकअप वाहन एमपी42 ज़ेडसी 4989 और उसमें पीछे चोरी की हुई 75000 रुपये कीमत की तीन भैंसे बरामद करते हुए आरोपी खलील खान बेलदार पिता यासीन खान बेलदार उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम बिहाना थाना शुजालपुर जिला शाजापुर, वकील बेलदार पिता सलीम बेलदार निवासी ग्राम बिहाना थाना शुजालपुर जिला शाजापुर और शाहरुख बेलदार पिता नूर मोहम्मद 24 वर्ष निवासी ग्राम डोडाबाद थाना पार्वती जिला सीहोर स्थाई निवासी ग्राम घेंघी थाना इछावर सीहोर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी आदतन अपराधी हैं। जिनके विरुद्ध पूर्व में भी मोटरसाइकिल चोरी, सागौन चोरी सहित अन्य मामले दर्ज हैं। आरोपियों के विरुद्ध धारा 303(2), 3(5) बीएनएस का मामला दर्जकर जांच में लिया है।
चोरी की भैंसे भोपाल के स्लाटर हाउस में बेचने की थी तैयारी---तीनों चोर हलाली डेम से चुराई नही भैंसों को भोपाल के स्लाटर में बेचने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उससे पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गए। बताया जा रहा है कि आरोपी पहले भी कई बार भोपाल के स्लाटर हाउस में भैसें बेच चुके हैं। आरोपियों ने बताया कि यहां पर भैसें बेचने में किसी तरह की कोई दिक्कत नही आती है। इसलिए वह चोरी का माल स्लाटर हाउस में ठिकाने लगा देते हैं।
15 हज़ार रुपए भाड़े पर लाते हैं लोडिंग वाहन--चोरी की वारदात में पकड़ा गया लोडिंग पिकअप वाहन एमपी 42 ज़ेडसी 4989 अल्ताफ खान पिता सलीम खान निवासी ग्राम बिहाना जिला शाजापुर का है। आरोपियों ने बताया कि वह लोडिंग वाहन पंद्रह हजार रुपए के भाड़े पर लाते थे। और वाहन मालिक को भी पता होता था कि उसका वाहन चोरी की वारदात के लिए उपयोग किया जाता है।
स्थानीय साथी रेकी कर दूसरे शहरों से बुलाता था चोरों को---चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं। पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों को चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए पहले जगह की रेकी की जाती थी। इस वारदात में साबिर बेलदार पिता जमील बेलदार निवासी बनखेड़ी ग्राम पंचायत सेमरा की मुख्य भूमिका सामने आई है। साबिर ने ही अपना कमीशन 15000 के बदले चोरों को रेकी कर जगह बताई थी। पुलिस साबिर की तलाश में कई जगह छापे भी मार चुकी है। लेकिन साबिर फरार है। उसका पता नही चल रहा है।
इनका कहना है।
3 चोरों को हलाली डेम के जंगल से 3 भैंसे चुराकर लोडिंग पिकअप वाहन से भागते हुए घेराबंदी कर गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। पूछताछ में कुछ और लोगों का हाथ वारदात में शामिल होना पाया गया है। मंगलवार को सभी आरोपियों को रायसेन न्यायालय में पेश कर 2 दिन का रिमांड मांगा है।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।
में रोज़ की तरह से अपने मवेशी हलाली डेम के जंगल में चरने छोड़ आया था। जब मेरी 1 भैंस, 1 पड़िया और 1 पड़ा शाम 6 बजे तक भी वापस नही आए तो उनको ढूंढने निकला। तभी एक लोडिंग वाहन जंगल से निकला उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वह नही रुका। फिर सलामतपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी।
हरगोविंद अहिरवार, फरियादी ग्राम खोहा।