अम्बाड़ी में कुत्ते के हमले से छात्र घायल, शिक्षकों के समय पर न आने से ग्रामीणों में नाराजगी
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
रायसेन जिले के सलामतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत के शासकीय माध्यमिक शाला में पढ़ने आए दूसरी कक्षा के एक छात्र तनेश प्रजापति पिता सुनील प्रजापति निवासी अम्बाड़ी पर आवारा कुत्ते ने हमला कर दिया। यह घटना सोमवार सुबह 10:45 बजे की है, जब बच्चा स्कूल परिसर में खेल रहा था। छात्र के चिल्लाने की आवाज सुनकर स्कूल में पढ़ने वाले अन्य बच्चे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और उसे बचाया। घायल छात्र को तत्काल सांची के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे विदिशा के जिला अस्पताल रेफर किया गया है। घटना के समय स्कूल में कोई भी शिक्षक मौजूद नहीं था, जबकि स्कूल का समय सुबह 10:30 बजे से है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्कूल में अक्सर शिक्षक समय पर नहीं आते, जिससे बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों प्रभावित हो रही हैं। घटना के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने स्कूल में पहुंचकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और इस गंभीर मामले की जांच की मांग की।
3 साल पहले इसी स्कूल की दीवार में दबकर हो चुकी है बच्ची की मौत--
गौरतलब है कि लगभग तीन साल पहले भी इसी स्कूल में एक दर्दनाक हादसा हुआ था, जब एक बच्ची स्कूल परिसर में खेलते हुए खंडहरनुमा पुराने भवन के पास पहुंच गई थी। उस समय, भवन की दीवार गिरने से बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कुछ शिक्षकों पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन लगता है कि स्कूल प्रशासन और शिक्षकों ने इस हादसे से कोई सबक नहीं लिया है।मौके पर पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि रमेश कुमार ने भी ग्रामीणों की शिकायत को जायज ठहराते हुए कहा कि यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे समय पर स्कूल आएं और बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखें। उन्होंने संकुल प्रभारी को शिक्षकों के खिलाफ लिखित शिकायत सौंपी, जिसमें नियमित रूप से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर उचित कार्रवाई की मांग की गई है। इस घटना ने स्कूल में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूल परिसर में सुरक्षा उपाय किए जाएं और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
इनका कहना है।
मेरे 4 साल के भतीजे को कुत्ते ने हाथ में काट लिया है। घर से बच्चा स्कूल जाने के लिए निकला था। लेकिन शिक्षक समय पर स्कूल नही आए थे तो बच्चा बाहर ही खेल रहा था। उसी समय कुत्ते ने उसे काट लिया। शिक्षक 11 से 11:30 तक स्कूल आते हैं। जबकि स्कूल खुलने का समय 10:30 बजे है।
गोलू प्रजापति, पीड़ित बच्चे का चाचा।
अगर शिक्षक समय पर स्कूल आए होते तो यह हादसा नही होता। अम्बाड़ी की शासकीय माध्यमिक शाला के शिक्षकों के ऊपर कार्रवाई होना चाहिए।
कमला प्रजापति, स्थानीय महिला।