-स्थानीय रहवासियों की मांग स्टेट हाइवे को किया जाए 4 लाईन

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। एडिटर इन चीफ IND28.COM

थाना अंतर्गत भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर एक ट्रक ने स्कूटी पर सवार पति पत्नी को टक्कर मार दी। जिससे दोनों गंभीर घायल हो गए। जानकारी अनुसार मंगलवार को भोपाल निवासी पति-पत्नी ग्राम कागपुर जिला विदिशा में कार्यक्रम से वापस अपने घर भोपाल आ रहे थे। रास्ते में  भोपाल विदिशा हाईवे घोड़ा पछाड़नदी के पुल के पास पीछे से आ रहे ट्रक ने स्कूटी को साइड में ट्रक दबाकर टक्कर मार दी। जिससे स्कूटी सवार दोनों पति-पत्नी सड़क पर गिरकर घायल हो गए। वहीं दीवानगंज निवासी तीन राहगीर युवकों जिनमें सूरज विश्वकर्मा, रोहित विश्वकर्मा, अरुण विश्वकर्मा द्वारा मानवता का परिचय देते हुए घायल पति-पत्नी को उठाया और उनके परिजनों को फोन लगाया। और अस्पताल भेजा गया। वहीं इस मामले को लेकर सलामतपुर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

नेशनल हाइवे व स्टेट हाइवे को 4 लाईन किया जाए तो कम हो सकते हैं हादसे---भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, सांची, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस भी इस सड़क को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर, सांची व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

इनका कहना है।

स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी संकेतक बोर्ड नही लगाए हैं। इसीलिए यहां पर आए दिन हादसे बढ़ रहे हैं। इस सड़क को शीघ्र ही 4 लाईन किया जाए। लोग तो अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहने लगे हैं।

रघुवीर मीणा, सरपंच ग्रा.पं. रातातलाई।

में सलामतपुर से प्रतिदिन भोपाल अपडाउन करता हूँ। जब भोपाल विदिशा हाइवे से निकलता हूं तो यहां से निकलने में जान का खतरा लगता है। क्योंकि सड़क पर बहुत बड़े बड़े गड्ढे हो रहे हैं। कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। लेकिन शिकायतों के बाद भी अफसर कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं। ऐसा लगता है कि शायद उन्हें कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार है।

साजिद खान, सलामतपुर।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM