अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

रायसेन जिले के सलामतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भोपाल विदिशा हाईवे कुलहाड़िया पर देर रात्रि एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जिसमें तीन वाहन आपस में टकरा गए। जानकारी के मुताबिक भोपाल से विदिशा की ओर जा रही थार जीप विदिशा की ओर से आ रहे एक कंटेनर में भिड़ंत हो गई। इसी बीच थार के पीछे से आ रहा आईशर ट्रक थार में पीछे से घुस गया। थार में बैठे दो युवक घायल हो गए। जिनका भोपाल में उपचार चल रहा है। वहीं तीनों वाहन सड़क पर खड़े होने के कारण लंबा जाम लग गया था। सूचना मिलते ही हंड्रेड ट्रायल और दीवानगंज एवं सलामतपुर पुलिस मौके पर पहुंची। लगभग 3 घंटे की मशक्कत के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को रोड से हटाकर जाम खुलवाया गया। वहीं आगे की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जा रही है। तीनों वाहनों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

आए दिन हो रहे हादसों को देखते हुए रहवासियों ने हाइवे को 4 लाईन करने की मांग की--- भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, सांची, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस भी इस सड़क को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर, सांची व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

भोपाल विदिशा हाइवे से प्रतिदिन निकलते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर भानपुर भोपाल तक पूरे रोड के गहरे गहरे गड्डों के कारण आए दिन खराब हो जाते हैं। वहीं मोटरसाइकिल चालकों को तो गड्ढों में अगर पानी भरा हो तो उनकी गहराई का अंदाज़ा भी नही लगता और जैसे ही मोटरसाइकिल का अगला पहिया गड्ढे में जाता है चालक नीचे गिरकर घायल हो जाते हैं।

हाइवे 18 से रोज ही गुज़रता है कोई न कोई वीआईपी----सप्ताह में एक बार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसी स्टेट हाइवे 18 से निकलते हुए विदिशा जाते हैं। वहीं प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यहीं से आना जाना करते रहते हैं। और प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी आते जाते रहते हैं। उसके बाद भी ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा यहां पर सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतेज़ाम नही किए जा रहे हैं। जिसके कारण हादसों में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है।

इनका कहना है।

नेशनल हाइवे 146 और स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी संकेतक बोर्ड नही लगाए हैं। इसीलिए यहां पर आए दिन हादसे बढ़ रहे हैं। इस सड़क को शीघ्र ही 4 लाईन किया जाए। लोग तो अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहने लगे हैं।

रघुवीर मीणा, सरपंच ग्रा.पं. रातातलाई।

स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दवाब रहता है। जिसकी वजह से भी दुर्घटनाएं हो रही हैं। यहां पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी संकेतक बोर्ड नही लगाए हैं। इसीलिए यहां पर आए दिन हादसे बढ़ रहे हैं। इस हाइवे को शीघ्र ही 4 लाईन किया जाए। लोग तो अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहने लगे हैं।

गिरजेश नायक, सरपंच ग्रा.पं.दीवानगंज।

में सलामतपुर से जब भी भोपाल जाता हूँ। तो देखता हूं कि भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर हो रहे गहरे गड्डों की वजह से कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। लेकिन शिकायतों के बाद भी अफसर कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं। ऐसा लगता है कि शायद उन्हें कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार है।

अशोक त्रिपाठी, रातातलाई सलामतपुर।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM