-2साल से अलग रह रही है मृतक की पत्नी

-सूर्या फैक्ट्री के पास नीम के पेड़ से रस्सी बांधकर की आत्महत्या

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

सोमवार सुबह लगभग 8 बजे राजीवनगर सूर्या फैक्ट्री के पास पांच बच्चों के 48 वर्षीय पिता ने नीम के पेड़ से रस्सी बांधकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है मृतक का अपनी पत्नी से लगभग 2 वर्षों से विवाद चल रहा है। और पत्नी अलग रह रही है। सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार सुबह 10:30 बजे सूचना मिली कि सुबह आठ बजे राजीवनगर में गणेशराम चिढ़ार पिता खुशीलाल चिढ़ार उम्र 48 वर्ष निवासी राजीवनगर ने सूर्या फैक्ट्री के पास नीम के पेड़ से रस्सी बांधकर आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंचकर मर्ग का मामला कायमकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सांची सिविल अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।

अकेलेपन और पत्नी से विवाद की वजह से दुखी होकर लगाई है फांसी---गणेशराम का अपनी पत्नी से पांच सालों से विवाद चल रहा है। और उसकी पत्नी लगभग दो सालों से पति से अलग रहकर हलवाई का काम कर रही है। मृतक गणेशराम की चार लड़कियां और एक लड़का है। वह सलामतपुर में मूंगफली का ठेला लगाकर गुजर बसर कर रहा था। अभी कुछ समय पहले ही उसने अपनी लड़की की शादी कर दी थी। जिसके बाद वह अकेला ही रह रहा था।यही अकेलेपन और पत्नी से विवाद के चलते उसने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

42 गांव के अस्पताल में 67 साल से नही है मर्चुरी रूम, शव पोस्टमार्टम के लिए परिजन होते हैं परेशान-- सलामतपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मर्चुरी रूम नही होने से दुर्घटनाओं या हत्या जैसे मामलों में मृत लोगों के पोस्टमार्टम के लियें परिजनों को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। जबकि कई वर्षों से स्थानीय ग्रामीण इस समस्या के समाधान के लिए शिकायतें भी कर चुके हैं। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत लगभग बयालीस गांव आते हैं। और भोपाल-विदिशा रोड पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यही वजह है कि इस क्षेत्र में दुर्घटना में यदि किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को यहां से वहां भटकना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से भी कई बार मांग करी है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शीघ्र ही मर्चुरी रूम बनाया जाए। ताकि कोई भी दुर्घटना,एक्सीडेंट या हत्या जैसे मामलों में मृतक के परिजनों को शव के पोस्टमार्टम के लिए परेशान न होना पड़े। लेकिन अभी तक स्थानीय ग्रामीणों की मांग पूरी नही हुई है। सोमवार को हुई आत्महत्या के मामले में भी गणेशराम के शव को 8 किलोमीटर दूर सांची सिविल अस्पताल ले जाना पड़ा। जिससे परिजन काफी परेशान हुए।

इनका कहना है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलामतपुर में पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी रूम नही है। अगर किसी व्यक्ति की घटना या दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो परिजनों को उसके शव के पोस्टमार्टम के लिए 8 किलोमीटर दूर सांची सिविल अस्पताल ले जाना पड़ता है। 

डॉ रवि राठौर, मेडिकल ऑफिसर प्रा.स्वा. केंद्र सलामतपुर

42 गांव के सरकारी अस्पताल सलामतपुर में शव के पोस्टमार्टम के लिए मरचुरी रूम कई सालों से नही है। जिसकी वजह से रोड दुर्घटना या कोई और घटना में मृत व्यक्ति के शव को यहां वहां लेकर परिजनों को भटकना पड़ता है। ज़िम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान नही दे रहे हैं।

रघुवीर मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM