अदनान खान रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

रायसेन में एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है, साइबर ठग ने विदिशा नगर पालिका से स्वास्थ्य अधिकारी के पद से सेवानिवृति पीके चावला को अपने जाल में फंसा कर उनसे ओटीपी लेकर उनके खाते से करीब 10 लाख रुपए गायब कर दिए हैं।उन्होंने इस बात की सूचना थाना कोतवाली रायसेन और एसपी ऑफिस साइबर सेल से की है। उनके खाते से पैसे गायब होकर नागपुर की एक बैंक में ट्रांसफर किए गए हैं। इस घटना के बाद उन्होंने तत्काल एटीएम और बैंक पहुंचकर अपने खाते को होल्ड करा दिया है।

साइबर ठग ने ऐसे दिया घटना को अंजाम---सेवानिवृत्ति पीके चावला ने बताया की उनके पास 20 जुलाई शनिवार को एक कॉल आया बीके त्रिपाठी के नाम से आया। उन्होंने सबसे पहले श्री चावला का नाम पूछा और कहां की आपकी पेंशन चालू हो गई है, पेंशन के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन होना है हम डायरेक्ट से बोल रहे हैं। इस पर श्री चावला ने भरोसा कर कहा कि हां पेंशन प्राप्त हो रही है फिर साइबर ठग ने कहा कि आप को जो पैसा मिला है। उसका नॉमिनेशन किसको बनाना है, तो इस पर श्री चावला ने कहा कि मेरी पत्नी और मेरे पोते को इसके बाद साइबर ठग द्वारा नॉमिनेशन करने वाली उनकी पत्नी के आधार कार्ड की फोटो कॉपी मांगी गई। साइबर ठग द्वारा श्री चावला को यह भी बताया कि रायसेन ट्रेजरी अधिकारी गुप्ता भी उनके साथ में है तो इस बार चावला ने कहा कि गुप्ता पहले से ही परिचित हैं। उनके साथ भी काम किया है इस बात पर भरोसा कर उन्होंने आधार कार्ड की फोटो कॉपी साइबर ठग को सेंड कर दी इसके बाद साइबर ठग ने कहा कि आपके पास एक ओटीपी आएगी इसके 2 मिनट बाद ओटीपी आई और चावला द्वारा साइबर ठग को ओटीपी बता दी। इसके बाद शाम 4 बजे उनके खाते से सबसे पहले 4 लाख 91 हजार 967 रुपए की राशि कट जाती है। जब उन्होंने मोबाइल में राशि काटने का मैसेज चेक किया तो तत्काल अपने बेटे जो वार्ड नंबर-6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला को बताया इसके बाद वह एटीएम पहुंचे और यहां से उन्होंने स्टेटमेंट निकाला तो अपने खाते से राशि कटी हुई आई। इसके बाद वह बैंक पहुंचे तो शनिवार होने के कारण बैंक बंद हो चुकी थी। उन्होंने बैंक टोल फ्री नंबर पर कॉल कर अपने खाते को होल्ड करवा दिया और थाने पहुंचकर उनके खाते से कटी राशि की जानकारी दी इसके बाद शाम 7 बजे उनके खाते से दूसरी बार 4 लाख 91 हजार 962 रुपए की राशि कट जाती है। इस तरीके से दो बार में उनके खाते से 9 लाख 83 हजार की राशि साइबर ठग के द्वारा गायब कर किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। इसके बाद पीके चावला एसपी कार्यालय पहुंचे यहां साइबर सेल में भी आवेदन दिया तो जांच के दौरान पता चला कि जो खाते में श्री चावला की राशि काटकर ट्रांसफर की गई है वह खाता नागपुर का है।

व्यक्तिगत डेटा फ्रॉड लोगों के हाथों में लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी--इस घटना के बाद पीके चावला के बेटे और वार्ड नंबर 6 से कांग्रेस पार्षद प्रभात चावला का कहना है कि लोगों के शासकीय कर्मचारी और शासन का गोपनीय डेटा फ्रॉड और साइबर ठगों पास कैसे पहुंचा यह काफी गंभीर विषय है इससे ऐसा लगता है कि उनके विभाग का कर्मचारी ही इन साइबर ठगों से मिला हुआ है, अगर समय रहते इन सब चीजों पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में देश के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा।

साइबर सेल से की जा रही जांच पड़ताल थाना प्रभारी--इस बारे में रायसेन थाना कोतवाली प्रभारी संदीप चौरसिया का कहना है कि पीके चावला के द्वारा थाना कोतवाली में आवेदन दिया है उनसे साइबर ठगी हुई है पुलिस द्वारा साइबर सेल के माध्यम से लगातार जांच पड़ताल की जा रही है पेंशनर अधिकारी के माध्यम से ठगी की गई है। जो ठग है उनको श्री चावला की पर्सनल जानकारी मिली है।इस माध्यम से उनको गुमराह कर उनके खाते से करीब 9:30 लाख ट्रांसफर कर लिए हैं। इस मामले में लगातार जांच पड़ताल की जा रही है। आवेदन के माध्यम से जहां-जहां से पैसे कटे हैं बैंकों के माध्यम से उन खातों पर होल्ड लगवाए जा रहा है।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28