ट्रैन की चपेट में आने से 50 वर्षीय व्यक्ति की दर्दनाक मौत, 1 घंटे तक रेलवे लाईनों के बीच में पड़ा रहा शव

-शव के ऊपर से गुजरी कई ट्रैने, मानवता हुई शर्मसार
-सलामतपुर स्टेशन पर नही रहते आरपीएफ जीआरपी के जवान
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
रविवार को सलामतपुर रेल्वे ओवरब्रिज के नीचे मानवता को शर्मसार करने वाला घटनाक्रम देखने को मिला, जहां एक 50 वर्षीय की दोपहर लगभग 12 बजे ट्रेन से कटकर मौत हो जाती है। लेकिन उसका शव सवा 1 बजे तक लगभग सवा घंटे तक रेलवे लाइनों के बीच में पड़ा रहता है और उसके ऊपर से कई ट्रेनें गुज़रती जाती हैं। मगर ज़िम्मेदार रेलवे अधिकारियों की नज़र उसके शव पर पड़ने के बाद भी रेलवे लाईन के बीच से नही हटाया गया। और पुलिस के आने का इंतज़ार करते रहे। जिसकी वजह से मृतक के शव के ऊपर से कई ट्रेनें गुज़र गई। सलामतपुर थाने के प्रधान आरक्षक संजय लौवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार दोपहर एक बजे सलामतपुर स्टेशन मास्टर ने मेमो भेजकर सूचना देते हुए बताया था कि रेल्वे ओवरब्रिज के नीचे खंबा नम्बर 872/2 के डाउन ट्रेक रेलवे लाइन पर किसी व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। सूचना मिलते ही 10 मिनिट में तत्काल मौके पर पहुंचे और शव को रेलवे लाइनों के बीच से हटवाकर सांची सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं पुलिस ने मर्ग का मामला दर्जकर आगे की जांच शुरू कर दी है।
सुनारी गांव के भरोसीलाल के रूप में हुई मृतक की पहचान--- ट्रेन की चपेट में आने से जिस 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई थी। उसकी पहचान भतीजे विनोद पाल द्वारा भरोसीलाल पाल पिता भंवरलाल पाल निवासी सुनारी गांव के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार प्रथम दृश्यता मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। और मौके पर शव को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि भरोसीलाल पाल ने पटरियों पर लेटकर आत्महत्या की है। बाकी इस घटना की विवेचना के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा।
वेयरहाउस में हम्माली का काम करते थे भरोसीलाल--सुनारी गांव का रहने वाले भरोसीलाल पाल सलामतपुर के एसजीएच वेयरहाउस में काफी समय से हम्माली का काम करते थे। परिजनों ने बताया कि वह रोज़ की तरह रविवार को भी सुबह घर से 8-9 बजे नाश्ता करके वेयरहाउस के लिए निकले थे। वह प्रतिदिन रेलवे लाइने क्रॉस करके वेयरहाउस जाते थे। वह रविवार को भी वेयरहाउस पर पहुंचे भी थे और वहां काम भी किया था। अब यह पता नही चल पा रहा कि वह ट्रेन की चपेट में कैसे आ गए। वहीं भरोसीलाल पाल के परिवार में उनके 5 बच्चे हैं।
स्टेशन पर नही रहते आरपीएफ जीआरपी के जवान--- सलामतपुर स्टेशन पर रेलवे पुलिस के आरपीएफ या जीआरपी के जवान मौजूद नही रहते हैं। जबकि यह स्टेशन दिल्ली मुंबई मेन रेलवे ट्रेक के बीच में पड़ने वाला स्टेशन है।यहां पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जब कभी कोई ट्रेन से कट जाए या आत्महत्या कर ले। उस समय भी रेलवे पुलिस भोपाल या विदिशा से मोके पर आती है। जिसमें काफी समय लग जाता है। और इतने समय तक शव रेलवे लाइनों पर ही पड़ा रहता है। वहीं आसपास बस्तियों के ग्रामीण भी अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेन के नीचे से निकलते हैं। इतना सब होने के बाद भी रेलवे विभाग का रवैया गैरज़िम्मेदाराना बना हुआ है।
इनका कहना है।
रविवार दोपहर के 1 बजे स्टेशन से मेमो मिला कि किसी व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। सूचना मिलते ही 10 मिनिट में मौके पर पहुंच गए थे। मृतक की पहचान सुनारी गांव के भरोसीलाल पाल के रूप में हुई है। प्रथम दृष्टता मामला आत्महत्या का लग रहा है। फिलहाल मर्ग का मामला दर्जकर आगे की विवेचना शुरू की है।
सुनील शर्मा, प्रभारी थाना सलामतपुर।