सत्ती गांव में तेंदुए ने किया बेल पर हमला, बेल घायल,पहले भी कई मवेशियों को बना चुका है शिकार

-तेंदुए के मूवमेंट को लेकर कई गांव के ग्रामीण परेशान, वन विभाग नही दे रहा ध्यान
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
रायसेन जिले के सांची विकासखंड के ग्राम सत्ती में तेंदुए का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। गांव के निवासी कय्यूम खान के मवेशी बेल पर तेंदुए ने हमला कर दिया। बेल ने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गांव के लोगों ने बताया कि यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी तेंदुआ कई मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। ग्रामीणों में भय का माहौल है और लोग शाम होते ही अपने बच्चों व मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने लगे हैं। वन विभाग को कई बार सूचना देने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
तेंदुआ अब तक 25 मवेशियों पर कर चुका हैं हमला--ग्राम नरखेड़ा और कुल्हाड़िया सहित आसपास क्षेत्र में तेंदुए के बढ़ते आतंक से ग्रामीण परेशान और भयभीत हैं। गांव में तेंदुआ लगातार मवेशियों को अपना शिकार बना रहा है। पिछले एक साल में तेंदुआ अब तक 25 मवेशियों पर हमला कर चुका है। कुछ दिन पूर्व भी पंचायत चौकीदार चिरौंजी लाल लोधी के घर के पीछे बंधे गाय के बछड़े पर तेंदुए ने हमला किया था। यह घटना रात करीब 2 बजे की थी। तेंदुए के हमले से बछड़ा गंभीर रूप से घायल हो गया था और जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए उसकी मौत हो गई थी।चिरौंजीलाल ने बताया कि एक साल पहले भी उनके एक अन्य बछड़े को तेंदुआ अपना शिकार बना चुका है। यह दूसरी बार था जब उनके मवेशी पर तेंदुआ ने हमला किया। गांव के लोग तेंदुए के डर से रातों में बाहर निकलने से डरते हैं। एक साल से तेंदुए के हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, लेकिन वन विभाग की ओर से अब तक न तो तेंदुए को पकड़ा गया है और न ही पीड़ित परिवारों को किसी प्रकार का मुआवजा दिया गया है।ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और मवेशियों को बचाया जा सके।