सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। IND28.COM

मां छोले वाली मैया खंडेरा के दरबार में दूर-दूर से आते हैं लोग, नवरात्रि में भक्तों में खासे उत्साह के साथ चेत्र नवरात्रि पर सिद्ध पीठ मां छोले बाली के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। पुलिस प्रशासन ने भी मेले को लेकर सभी इंतजाम पूरे किए हैं।

कोरोना महामारी के बाद नवरात्रि पर  खंडेरा में स्तिथ सिद्ध पीठ मां छोले बाली के दरबार में लगने वाले मेले पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। इस मेले में श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है रविवार को चेत्र  नवरात्रि पर सिद्ध पीठ मां छोले  के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ देखने को  मिलेगी रविवार को भजन गायका कविताा पौडवाल आ रही है आ रही हैं श्रद्धालुओं का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद ये पहला मेला हैं, जिसके चलते भारी उत्साह है। 

पंडित ओम प्रकाश दुबे माताा मंदिर पुजारी द्वारा बताया गया कि: दूसरे राज्यों से भी दर्शन करने लोग यहां आते हैं।जिला पंचायत एवं पुलिस प्रशासन ने मेले में सभी इंतजाम पूरे किए हैं. कुछ श्रद्धालुओं का तो ये भी कहना है की मां बड़ी दयालु है वो अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करती है. मां छोले बाली सिद्धपीठों में से एक है, यहां माता के दर्शन कर आशीर्वाद लेने के लिए उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेशों से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।

मां छोले वाली मैया मंदिर के पुजारी पंडित ओम प्रकाश दुबे द्वारा बताया गया कि मां पूरी करती है हर मनोकामना। मां छोले बाली माँ के भक्तों का कहना है कि सच्चे मन से मांगी गई मन्नत मां अवश्य पूरी करती है। जमीन पर पिंडी भरकर के दर्शनों को जा रहे एक भक्त से जब पूछा गया कि वो जमीन पर लेटकर अपनी यात्रा क्यों पूरी कर रहे हैं तो उसका जवाब था कि उसने मां छोले बाली से पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए मन्नत मांगी थी, जो मां ने पूरी करते हुए एक पुत्र की जगह 2 पुत्र रत्नों से उसकी झोली भर दी। इससे खुश होकर वो माता के दर्शनों को जमीन पर लेटकर जा रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते 3 साल से मां छोले बाली  के दरबार में श्रद्धालुओं की आमद नहीं हो रही थी. अब जब कोरोना महामारी से निजात मिली है तो मनोरम पहाड़ियों के बीच स्थित मां छोले बाली मैया के मंदिर जयकारों से गुंजायमान हो गया है।

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