सांची नप अध्यक्ष CMO ने नप कार्यालय के निर्माणाधीन भवन का किया निरीक्षण

वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
वर्षों से बाट जोहने के बाद नगर परिषद को करोड़ों की लागत से नवनिर्वित कार्यालय भवन उपलब्ध कराने निर्माण शुरू हो चुका है इस निर्माणाधीन भवन का नगर परिषद अध्यक्ष सीएमओ ने निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये।जानकारी के अनुसार इस ऐतिहासिक स्थल के नगर परिषद कार्यालय जर्जर अवस्था में पहुंच चुका था तथा जनप्रतिनिधियों अधिकारी कर्मचारियों को भी इस कार्यालय मे डबका बना रहता था तब नगर परिषद के नवीन भवन हेतु परिषद ने अपनी स्वीकृति प्रदान करते हुए नवीन भवन निर्माण हेतु महेंन्द्रा काम्लेक्स जो जर्जर अवस्था में पहुंच गया था उसे चयनित किया गया तथा कार्यालय के नवनिर्वित भवन निर्माण की सभी प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात पुराने काम्लेक्स भवन को ढहा दिया गया ।इसके पश्चात नवनिर्वित भवन का निर्माण प्रारंभ किया गया था अब निर्माणाधीन कार्यालय भवन का निरीक्षण करने नप अध्यक्ष पप्पू रेवाराम एवं सीएमओ रामलाल कुशवाहा ने निरीक्षण किया तथा भवन की गुणवत्ता देखी एवं भवन के सम्बंधित जानकारी ली इस अवसर पर उपस्थित निर्माण ऐजेंसी के कर्ताधर्ता से गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये उन्होंने कहा कि यह निर्माणाधीन भवन गुणवत्ता से परिपूर्ण हो किसी भी प्रकार से गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं किया जायेगा ।यह भवन लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से निर्मित कराया जा रहा है हालांकि यह कार्यालय भवन का निर्माण किया जा रहा है हालांकि अध्यक्ष सीएमओ गुणवत्ता के निर्देश दे रहे हैं परंतु उपयंत्री इस निर्माणाधीन भवन की सुध लेने बहुत कम समय निकाल पाते है तब इस निर्माणाधीन की सारी गुणवत्ता ठेकेदार के जिम्मे छोड़ दी है जबकि इस डेढ करोड़ के भवन की निर्माण गुणवत्ता को उपयंत्री द्वारा समय देने की जरुरत रहती हैं बिना उपयंत्री की मौजूदगी के भले ही अध्यक्ष सीएमओ गुणवत्ता के निर्देश दे रहे हों ।बावजूद इसके गुणवत्ता से परिपूर्ण भवन की गुणवत्ता हेतु उपयंत्री की उपस्थिति को भी सुनिश्चित किये जाने की जरुरत होती हैं इस निर्माणाधीन भवन में जहाँ कालम खडे करने एवं बीम डालने के बाद मुरम की फिलिंग होती है परंतु इस भवन में मिट्टी की फिलिग करना जारी है खुद बहरहाल इस भवन के निर्माण के साथ ही यह भवन रेलवे स्टेशन रोड पर निर्मित होने के कारण विदेशों से आने वाले पर्यटकों की नजरों से भी दूर नहीं होगा ।इस भवन की गुणवत्ता के साथ सौदर्यीकरण भी किया जा सकेगा ।यह तभी संभव होगा जब तकनीकी उपयंत्री की उपस्थिति भी सुनिश्चित करना होगी।तथा गुणवत्ता पूर्ण भवन निर्माण हेतु स्टीमेट अनुसार ही निर्माण करने की जरुरत रहती है ।