दीवानगंज रायसेन से नसीम अली की रिपोर्ट। IND28.COM

एक आदिवासी महिला को बुधवार रात के समय अधिक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने एम्बुलेंस के लिए फ़ोन लगाया और गांव में 108 एम्बुलेंस महिला को लेने पहुंच गई। एम्बुलेंस गांव से दीवानगंज अस्पताल के लिए निकल गई। लेकिन महिला को बीच रास्ते मे ही अधिक प्रसव पीड़ा होने लगी। दीवानगंज अस्पताल गांव से दूर था। एम्बुलेंस के स्टाफ ने सूझबूझ और मानवता दिखाते हुए रास्ते में ही वाहन रोककर आदिवासी महिला की सामान्य तरीके से डिलेवरी कराई। ये पूरा मामला सांची जनपद के कायमपुर टोला का है। जहां हनसा आदिवासी पति श्याम आदिवासी 24 वर्ष को अधिक प्रसव पीड़ा हो रही थी। प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती को 108 एम्बुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दीवानगंज लेकर आ रही थी। लेकिन गर्भवती की रास्ते में ही डिलेवरी हो गई। क्योंकि प्रसव पीड़ा ज्यादा हो रही थी अस्पताल तक पहुंचने में टाइम लगता। इसलिए रास्ते में ही एम्बुलेंस रोककर सामान्य तरीके से डिलीवरी कराई गई। 108 एंबुलेंस स्टाफ डॉ सुरेंद्र शाक्य, पायलट राहुल शाक्य द्वारा वाहन रास्ते में रोक सुरक्षित प्रसव कराया गया।जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। मरीजों के साथ आ रहे परिजन भी कुछ समय के लिए चौंक गए थे कि अब क्या होगा। लेकिन 108 एम्बुलेंस स्टाफ ने सही समय पर मानवता का परिचय दिया और डिलेवरी नार्मल तरीके से हो गई। इसके बाद दीवानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जच्चा-बच्चा को भर्ती कराया गया है। महिला के परिजनों द्वारा 108 एंबुलेंस स्टाफ की सराहना की गई।

न्यूज़ सोर्स : IND28.VOM