सत्येंद्र जोशी रायसेन।IND28.COM

नशा मुक्ति पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इसके तहत रामलीला मैदान में नाटक के माध्यम से नशा मुक्ति के विषय में जानकारी दी गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद हो गए थे।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय रायसेन द्वारा रामलीला मैदान में नशामुक्ति प्रर्दशनी एवं परमात्मा अवतरण की झांकी लगाई गयी।

जिसके अंतर्गत नशा के कारण व उसके दुष्ट परिणामों के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया जा रहा है कि आज का मनुष्य नशे के जंजाल में फंसता जा रहा है और अपने परिवार की खुशियों का गला घोटता जा रहा है। सबकुछ जानते समझते हुए भी वह अपना समय व पैसा नशे में बर्बाद कर रहा है। नशे के कारण कई दुर्घटनायें एवं भयंकर शारीरिक रोग के कारण कई मनुष्य काल के गाल में समा गये और परिवारो का विघटन भी इसका मुख्य कारण है। ब्रह्माकुमारीज के द्वारा अवंतिका कॉलोनी रायसेन में नशामुक्ति केन्द्र खोला गया है जिसमें हर रविवार को नशामुक्ति के लिये सेमीनार किये जाते है एवं उसके दुष्परिणामों के बारे में बताया जाता है। प्रदेशनी के अंतर्गत दुखों का वृक्ष प्रदर्शित किया गया है। जिसमें दिखाया गया है कि आज का मनुष्य काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार रूपी विकारों में फंसा हुआ हैं। जिसके कारण मन में रोग, दुख, तनाव, अशांति, अत्याचार एवं पापाचार बढ़ते जा रहे है जिससे समाज मे इंसानियत, मानवता, आपसी प्रेम एवं सद्भाव खत्म हो रहा है। जिस कारण सृष्टि को दुखो के वृक्ष के समान प्रदर्शित हो रही है। मनुष्य आत्माएं अज्ञान रूपी नींद में कुम्भकरन की भाँति सो रही है। आत्मा परमात्मा के मिलन को संगमयुग कहा जाता है जिसको सभी धर्म की आत्माएं पुकार रही है। परम पिता परमात्मा निराकार है ज्योति बिन्दु स्वरूप है जो सुख-शांति प्रेम आनंद की दुनिया को सतयुग कहा गया है।

न्यूज़ सोर्स : सत्येंद्र जोशी रायसेन