दिल्ली से आई FCI की टीम ने सरकारी गेंहू खरीदी केंद्रों का किया निरीक्षण, मिट्टी वाला गेंहू खरीदने से किया इंकार
-मौके पर गेंहू की क्वालिटी चेक कर किसानों से की चर्चा
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)
भारत सरकार दिल्ली एफसीआई से आई टीम और जिले की टीम ने सलामतपुर क्षेत्र के सुकासेन, अर्बन वेयरहाउस बेरखेड़ी चौराहा और सलामतपुर के सरकारी वेयरहाउस गेंहू खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने मिट्टी वाले गेंहूँ को खरीदने से सख्ती के साथ मना कर दिया है। उन्होंने अपनी उपज बेचने आए ढकना, कचनारिया, कटसारी गांव के किसानों की गेंहू पिसी की क्वालटी चेक कर उनसे चर्चा भी की। वहीं दिल्ली से आए टीम के दिनेश जाखर और आशीष गाउरी ने खरीदी केंद्र पर पंखा रखवाने के निर्देश केंद्र प्रभारी को दिए हैं। ताकि किसान अपनी उपज साफ करके बेच सके। निरीक्षण टीम में रायसेन खाद्य विभाग से जिला मैनेजर राजू कटुलकर, जिला सहकारी बैंक से आकाशदीप चौहान, नान से अंकित जायसवाल, सलामतपुर समिति प्रबंधक कुंवर सिंह दांगी, सरकारी वेयरहाउस विदिशा रायसेन के विवेक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
3600 क्विंटल गेहूं की हो पाई है तुलाई---जिले भर में कहने को तो 63 खरीदी केंद्र बना दिए गए हैं, लेकिन इनमें से सलामतपुर के दो केंद्रों पर ही गेहूं की तुलाई हो पाई है। इनमें से कृषक सेवा सहकारी समित सलामतपुर के सुकासेन द्वारा 3200 क्विंटल और सलामतपुर के सरकारी वेयर हाउस में बनाए गए खरीदी केंद्र पर महज 400 क्विंटल गेहूं की तुलाई हुई है। 2 अप्रैल तक की स्थिति में इन दो केंद्रों पर ही गेहूं की तुलाई हो पाई है। हालांकि प्रशासन अपने स्तर पर केंद्र बनाने में जुटा हुआ है। जिले में 175 खरीदी केंद्र बनाए जाना है। जो केंद्र बनाए जा चुके हैं, वहीं से किसान गेहूं तुलवाने के लिए अपने स्लॉट बुक करा सकते हैं।
27 गांव के 1400 किसानों का हुआ है पंजीयन----20 मार्च से सभी खरीदी केंद्रों पर तुलाई मशीनों की विधिवत पूजा अर्चना कर खरीदी का शुभारंभ तो कर दिया गया है। लेकिन अभी भी अमूमन सभी खरीदी केंद्र पर किसान गेंहू की उपज बेचने कम ही संख्या में पहुंचे रहे हैं। वहीं कई किसानों की टैक्निकल इरर की वजह से तुलाई नही हो पा रही है। सलामतपुर सहकरी समिति अंतर्गत 27 गांव के लगभग 1400 किसान पंजीयन हुए हैं। और दो खरीदी केंद्रों जिनमें एक सरकारी वेयरहाउस व दूसरा सुकासेन में बनाया गया है। वहीं इस वर्ष सरकारी समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी का मूल्य 2275 रुपए और 125 रुपए बोनस मिलाकर 2400 रुपए रखा गया है।