आई फ्लू से सैकड़ों छात्र- छात्राओं सहित ग्रामीण परेशान
सतीश मैथिल/अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। IND28.COM
100 से अधिक लोग आई फ्लू से पीड़ित कस्बा सांचेत सहित आसपास नकतरा खंडेरा डॉवर व ग्रामीण क्षेत्र में दो से अधिक विद्यालयों में 100 से अधिक छात्र छात्राओं आई फ्लू की चपेट में हैं। इस बीमारी से स्कूल के बच्चे व बुजुर्ग अधिक पीड़ित हैं। इस बीमारी से पीड़ित रामजीत खंडेरा सांचेत से दीपक लोधी लगभग 12 से अधिक लोग हैं। आईफ्लू या पिंक आई के नाम से जानी जाने वाली यह बीमारी कंजरवेटिव है।डॉ. आसिम मंडल मां काली दवाखाना ने बताया कि यह बीमारी दो हफ्तों में ठीक हो जाती है। आई फ्लू वैसे तो ज्यादा खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन आंखों में होने के कारण यह कष्टदायक होती है। यह आम वायरल की तरह है, लेकिन यह बैक्टीरियल भी होता है। जब मौसम बदलता है या अपना असर दिखाता है या नरमऔर गरम होता है तो इसके फैलने की आशंका जयादा होती है। बुजुर्ग और बच्चों में इसको लेकर अभिभावकों को काफी एहतियात बरतनी की आवश्यकता है क्योंकि यह एक बच्चे से दूसरे बच्चे को फैल सकता है। जरा सी लापरवाही से आंख खराब हो सकती है।
ये हैं आई फ्लू के मुख्य लक्षण---- आंख लाल होना, सूजन आना, आंखों से पानी आना और दर्द रहना।