-30 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए 5 में से 3 गेट पहली बार खोले गए थे

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

लगातार बारिश के चलते 2 अगस्त को खोले गए हलाली डेम के 3 गेट मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान सम्राट अशोक सागर परियोजना के सब इंजीनियर बीके बागुलिया मौजूद रहे। हलाली डेम पर लगभग 30 करोड़ की लागत से पांच गेटों का निर्माण किया गया है। ज़्यादा बारिश होने के चलते पहली बार हलाली डेम के तीन गेट खोले गए थे। गौरतलब है हलाली डेम 78.49% भर गया था। शुक्रवार 2 अगस्त दोपहर 2.15 बजे दो गेट खोलकर 30 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे पहले गेट नहीं होने के कारण डेम का जल स्तर बढ़ने के साथ ही तीन जिलों भोपाल, रायसेन और विदिशा के 34 गांवों में बाढ़ से तबाही मच जाती थी। 2400 हेक्टेयर में फसल खराब हो जाती थी। कई गांव टापू बन जाते थे, लेकिन 30 करोड़ की लागत से हलाली डेम पर लगाए पांच गेट लगाने, दो ब्रिज और कंट्रोल रूम बनाने के बाद बड़ी राहत मिली है। 

30 करोड़ की लागत से किया गया है काम--हलाली पर 30 करोड़ की लगात से 12-12 मीटर ऊंचाई वाले पियर में 5 गेट लगाए गए हैं। हलाली की बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों में जिले के कायमपुर, नीनोद, जमुनिया सहित चार अन्य गांव शामिल व शामिल हैं। नीनोद गांव में रहने वाले सरपंच हरिओम मीणा ने बताया कि हलाली के बैंक वाटर के कारण 2022 में गांव की करीब 400 एकड़ में फसल खराब हो गई थी। ऐसा हर साल होता था। गांव का दीवानगंज से सड़क संपर्क भी टूट जाता है। जमुनिया गांव के जनपद सदस्य प्रतिनिधि गुलशेर लोधी और कायमपुर निवासी पूर्व सरपंच विजय जाटव ने बताया हलाली डेम के गेट लगने से हर साल होने वाले नुकसान से बच जाएंगे।

इनका कहना है।

2 अगस्त को हलाली डेम का जल स्तर बढ़ने पर 2 गेट खोले गए थे। एक दिन बाद 1 गेट और खोला गया था। मंगलवार दोपहर को तीनों गेटों को बंद कर दिया गया है।

बीके बागुलिया, सब इंजीनियर सम्राट अशोक सागर परियोजना।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28