सड़कों पर बैठने वाले मवेशियों पर नही लग रही लगाम, वाहनों की चपेट में आने से बेमौत मर रहे मवेशी
-सोमवार मंगलवार की दरमियानी रात्रि वाहन की टक्कर से 5 गायों की मौत, 1 गंभीर घायल
-कुछ दिन पहले ही मंत्री ने दिए थे निर्देश कि दुर्घटना होने पर संबंधित पशुपालकों पर होगी कार्रवाई, नही हुआ अमल
-भोपाल विदिशा हाइवे 18 और एनएच 146 पर आवारा मवेशी हो रहे हैं हादसों का शिकार
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
सोमवार मंगलवार की रात्रि भोपाल विदिशा नेशनल हाइवे 146 के ढकना पंचायत कार्यालय के सामने किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से पांच मवेशियों की मौत हो गई और एक मवेशी गंभीर घायल हो गया। इस मामले में ट्रक का अभी तक पता नही चल सका है। गौरतलब है कि नगर सहित आसपास गांव के सामने सडकों पर बैठने वाले पशुओं पर लगाम नही लग पा रही है। जबकि पशुओं की जान बचाने मुख्यमंत्री सहित जिला कलेक्टर द्वारा सड़कों पर बैठने वाले पशुओं पर लगाम लगाने आदेश जारी कर दिए गए हैं। लेकिन उसके बाद भी न तो नगरीय क्षेत्र में और न ही ग्रामीण क्षेत्र में आदेश पर अमल हो पा रहा है। जिससे बेजुबान जानवर काल के गाल में समा रहे हैं। इन दिनों सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जबकि एनएच 146 और स्टेट हाइवे 18 पर तेज गति से वाहनों की दौड़ भाग लगी रहती है। पशु झुंड के रूप में बीच सडकों पर जमघट लगा लेते हैं। इससे वाहनों को जाम जैसी हालत से भी जूझना पडता है। और सडकों पर बैठने वाले पशु वाहनों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठते है।
मवेशियों के कारण आए दिन भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर हो रहे हैं हादसे---हाइवे 18 और एनएच 146 पर मवेशी बालमपुर घाटी से लेकर भदभदा, देहरी, दीवानगंज, कुल्हाड़िया, बेरखेड़ी चौराहा, सलामतपुर, त्रिमूर्ति चौराहा, ढकना चौराहा सहित आमखेड़ा पर बड़ी संख्या में बैठे रहते हैं। रात के समय दिखाई नही देने पर सड़क हादसे हो रहे हैं। जिसमें मोटरसाइकिल सवार भी घायल हो रहे हैं। जबकि कुछ समय पहले ही प्रदेश सरकार ने इस मामले में संज्ञान लिया था। और इसी मामले पर मध्य प्रदेश शासन में राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने भी कहा था कि पशुपालक अपने गाय पशुओं को खुला छोड़ देते हैं, जिससे सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। और गौ माताऔं की मौत हो जाती है। इसे लेकर सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से डोंडी पिटवाकर लोगों को सूचित करें कि गौ माता की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है। इसलिए उन्हें खुला ना छोड़े, अगर फिर भी किसी ने खुला छोड़ा और पशुओं के कारण सड़क पर दुर्घटनाएं होती हैं तो संबंधित पशुपालकों पर कार्रवाई होगी। आदेश के बाद भी मवेशी सड़कों पर ही बैठे हैं। और हादसों का शिकार हो रहे हैं।
लोगों की सुरक्षा को लेकर रायसेन जिले में बनाए गए हैं 4 सेक्टर---जिला पशु विभाग अधिकारी आरके शुक्ला से मिली जानकारी के अनुसार लोगों की सुरक्षा को लेकर रायसेन जिले में 4 सेक्टर बनाए गए हैं। इसमें बिलखिरिया से टोल नाका सेहतगंज, दूसरा औबेदुल्लागंज मंडीदीप से टोल नाका विशन खेड़ा, तीसरा सुल्तानपुर जोड़ से खरगोन टोल नाका हरसिली, चौथा खरगोन से देवरी उदयपुरा यहां टोल नाका सेंटर बनाया गया है।संबंधित सेंटरों पर पेट्रोलिंग गाड़ियां रहेंगी। हाईवे पर कोई भी पशु बैठे पाए गए उन्हें तत्काल गौशाला या सुरक्षित जगह पहुंचाया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायतों को विशेष तौर पर निर्देशित किया गया है कि संबंधित लोग अपने पशुओं को घरों में बांधकर रखें, इस कार्य में ग्राम पंचायतें, नगर पंचायतें, नगर पालिका प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे। इतने निर्देश देने के बाद भी पशुपालक अपने पशुओं को बांधकर नहीं रखेंगे तो दुर्घटनाएं होने पर संबंधित पशु मालिकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे आदेशों के बाद भी पशु सड़कों पर ही बैठे हैं। और कोई कार्रवाई भी नही हो रही है।
इनका कहना है।
सांची जनपद क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों में गौशालाओं का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। उसके बाद भी पशु सड़कों पर बैठे हैं। और हादसों का शिकार हो रहे हैं। इन सब का जिम्मेदार कौन है। सरकार आदेश दे रही है कि मवेशी सड़कों पर बैठे तो संबंधित पशु मालिक पर कार्रवाई होगी लेकिन कई हादसे होने के बाद भी कोई कार्रवाई आज तक नही हुई है।
मूलचंद यादव, पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत सुनारी सलामतपुर।
भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 और एनएच 146 पर मवेशियों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। सलामतपुर सहित आसपास क्षेत्रों में पुलिस द्वारा माइक से एनाउंसमेंट कराकर ग्रामीणों से बोल दिया जाए कि जिस किसी के भी ये मवेशी हैं इनको अपने घर में ही रखें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। तभी मवेशी मालिक मानेगें। नही तो आए दिन इसी तरह हादसे होते रहेंगे।
कैलाश गोस्वामी, समाजसेवी रातातलाई सलामतपुर।