-सलामतपुर, दीवानगंज, बेरखेड़ी चौराहा, और कुल्हाडिया़ पर बड़ी संख्या में सड़कों पर बैठ रहे मवेशी, जाम और दुर्घटना का बन रहे हैं कारण 

-ज़िम्मेदार अधिकारियों के ध्यान नही देने के कारण बन रहे हैं ऐसे हालात

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

सरकारी पैसे का दुरुपयोग किस तरह से होता है इसका जीता जागता उदाहरण सांची जनपद के अंतर्गत आने वाली गीदगढ़ पंचायत में बनी यह गौशाला देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं। 37 लाख 85 हजार रुपए लागत से बनकर तैयार हुई गोशाला बिजली और पानी के अभाव में आज भी वीरान पड़ी हुई है। उस गौशाला का निर्माण 17 सितंबर 2020 से शुरू हुआ था। और लगभग डेढ़ साल पहले बनकर तैयार हुई यह गौशाला अब तक शुरू नहीं हो पाई है। गौशाला सिर्फ शोपीस बनकर रह गई है। और मवेशी आज भी सड़कों पर दम तोड़ रही हैं। मगर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। और तो और गौशाला के बाहर लगाए गए लोहे के गेट भी किसी व्यक्ति द्वारा तोड़ दिए गए हैं। देखरेख के अभाव में गौशाला के ऐसे हालात बन रहे हैं। 

डेढ़ साल से बिजली पानी के अभाव में बंद पड़ी है गोशाला---रायसेन जिले के सांची विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम गीदगढ़ में क्षेत्रीय विधायक एवं मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने 4 साल पहले इस गौशाला का भूमि पूजन किया था। और इसका कार्य 17 सितंबर 2020 से शुरू हो गया था। गौशाला के स्वीकृत होने से क्षेत्रीय लोगों को काफी उम्मीदें थी आवारा मवेशियों को अब ठिकाना मिल जाएगा। और किसानों की फसलें भी अब काफी हद तक उजड़ने से बच जाएंगी और भोपाल विदिशा हाईवे पर मवेशियों से हो रहे हादसों में भी कमी आ जाएगी। मगर क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों पर जिम्मेदारों ने पानी फेर दिया है। डेढ़ साल हो गए हैं इस गौशाला को कंप्लीट हुए बिजली और पानी के अभाव में यह गौशाला आज तक चालू नहीं हो पाई है। जो सिर्फ शोपीस बनकर रह गई है और मवेशी आज भी सड़कों पर मारी मारी फिर रही है। 37 लाख 85 हजार रुपए लागत से बनकर तैयार हुई गौशाला सफेद हाथी साबित हो रही है। अब देखने वाली बात होगी कब तक गौशाला चालू हो पाती है और इन आवारा मवेशियों को कब तक ठिकाना मिल पाता है।

सड़कों पर बैठ रहे मवेशी, जाम और दुर्घटना का बन रहे हैं कारण----भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे के सलामतपुर, बेरखेड़ी चौराहा, कुल्हाड़ियां, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा सहित अन्य रोडों पर शाम होते ही दर्जनों आवारा मवेशियों के जगह-जगह जमघट लग जाते हैं, जिससे आए दिन रोड पर हादसे हो रहे हैं और बार-बार रोड पर जाम की स्तिथि भी बन जाती है। सरकार के नुमाईंदे और प्रशासनिक अफसरों का इस और ध्यान नही दे रहा है। जबकि भाजपा सरकार ने कहा गया था कि गांव-गांव में गोशालाओं का निर्माण किया जाएगा। और मवेशियों को रोड पर नहीं छोड़ा जाएगा। जिसकी शुरुआत भी हुई कुछ पंचायतों में गोशालाएं बनी, लेकिन दो साल बाद भी स्तिथि वहीं की वहीं है। कुछ पंचायतों में गौशाला निर्माण पूरे हो गए हैं। और कुछ पंचायतों में अधूरे पड़े हुए हैं। जिन पंचायत क्षेत्रों में गौशाला निर्माण पूरे हो चुके हैं वहां भी इन रोड पर बैठे मवेशियों को नही रखा जा रहा है। इसी वजह से प्रतिदिन हादसे बढ़ते ही जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों को आस थी कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो गायों को गोशाला में भेजा जाएगा। लेकिन भाजपा की सरकार बनने के बाद भी स्तिथि वहीं की वहीं है। 

सुनारी में भी 38 लाख की गौशाला का निर्माण कार्य पैसों की कमी के चलते रुका---सांची जनपद की ग्राम पंचायत सुनारी में भी 38 लाख रुपए लागत की गौशाला का निर्माण कार्य पैसों की कमी के चलते रुक गया है। जिसकी वजह से मवेशी रोड पर ही बैठे हैं। इसी वजह से प्रतिदिन सड़क हादसे बढ़ते ही जा रहे हैं। जबकि गौशाला का भूमिपूजन 3 जुलाई 2021 को पूर्व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने करते हुए कहा था कि गोशाला के निर्माण के साथ साथ उसका संचालन सही तरीके से किये जाने पर ही गोशाला निर्माण का उद्देश्य पूर्ण होगा। ये कार्य सेवा का कार्य है। गायों के सड़कों पर बैठने से वाहन दुर्घटनाओं की समस्या बनी रहती है। गोशाला बनने से इस समस्या के निराकरण में भी मदद मिलेगी।उन्होंने कहा था कि गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन और संचालन के लिए गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी काम किया जाएगा। इसके लिए गौशालाओं में गौकाष्ठ, गोबर गैस, जैविक खाद सहित कीटनाशक निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। लेकिन भूमि पूजन के 3 साल बीत जाने के बाद भी मौके पर सिर्फ पिलर और जगह की पूरनी ही हो पाई है। इनका कहना है।

बिजली और पानी की समस्या की वजह से गौशाला शुरू नही हो पा रही है। हमने इस संबंध में रायसेन कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और सांची जनपद सीईओ को पत्र के माध्यम से जानकारी दी है। जैसे ही पानी और बिजली की व्यवस्था हो जाती है। गौशाला शुरू कर दी जाएगी। 

लीलाकिशन अहिरवार, सरपंच ग्राम पंचायत गीदगढ़।

सांची जनपद की ग्राम पंचायत सुनारी सलामतपुर में 38 लाख रुपए लागत की गौशाला का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नही हो पाया है। जबकि भूमिपूजन किए हुए 3 साल हो चुके हैं।

मूलचंद यादव, पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत सुनारी सलामतपुर।

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर मवेशियों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। सलामतपुर सहित आसपास क्षेत्रों में पुलिस द्वारा माइक से एनाउंसमेंट कराकर ग्रामीणों भी बोल दिया है कि जिस किसी के भी ये मवेशी हैं इनको अपने घर में ही रखें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। सूचना के बाद भी ये मवेशी रोड से नही हटाए गए हैं।

अशोक त्रिपाठी, समाजसेवी रातातलाई सलामतपुर।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28