सलामतपुर रायसेन से अदनान खान। प्रधान संपादक IND28.COM

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के सलामतपुर क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में बसें व अन्य वाहन प्रतिदिन अंधी रफ्तार से निकलते हैं। इनकी रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए कस्बे के गणमान्य नागरिकों और भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन थाना प्रभारी देवेंद्र पाल सिंह को सौंपा हैं। जिसमें बसों व ट्रकों की तेज रफ्तार पर रोक लगाने की बात की गई है। गौरतलब है कि एक महीने के भीतर ही इस रोड पर कई बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी है। लेकिन आरटीओ विभाग या पुलिस विभाग इन बसों पर कार्रवाई नही करता है। जिसकी वजह से बसों के ड्राइवरों के हौसले बुलंद हैं। और वह बसों को अंधी रफ्तार से दौड़ा रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही सांची शहर में एक चार्टर्ड बस ने तेज़ रफ़्तार से एक स्कार्पियो को उड़ा दिया था। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी तरह कुछ दिन पूर्व विदिशा से भोपाल सवारी लेकर जा रही प्रीत कंपनी की बस के पिछले चारों पहिए निकल जाने से बस में बैठे कई लोग घायल हो गए थे। ये प्रीत ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी04 पीए 3154 दोपहर लगभग 2 बजे भोपाल विदिशा हाइवे के दीवानगंज देहरी गांव के पास चलती बस के पिछले चारों पहिए निकलकर खेत में पहुंच गए थे। इस हादसे में बस में सवार 8 से 10 लोग घायल हो गए थे। जिन्हें उपचार के लिए 108 की मदद से भोपाल भेजा गया था।वहीं हादसे के बाद विदिशा भोपाल हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम की स्तिथि भी बन गई थी। और दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी। लेकिन इतना सब होने के बाद भी भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तेज रफ्तार खटारा बसें दौड़ रही हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस चेक नहीं किया जाता है। ये खटारा बसों द्वारा यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां गोर करने वाली बात यह है कि रायसेन आरटीओ प्रतिदिन सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं। लेकिन उनको ये खटारा और तेज़ रफ़्तार बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर या ज़िग-ज़ैग नही रखे गए तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि नगर में शीघ्र ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

शांति समिति बैठक में भी उठ चुका है यह मुद्दा----पुलिस थाने में हुई शांति समिति की बैठकों में नगरवासियो ने रफ़्तार पर नियंत्रण करने हेतू जिगजेक बनाने और यातायात हवलदार तैनात करने की मांग कई बार की है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। लगता है कि पुलिस और प्रशासन को किसी बड़ी घटना होने के बाद होने वाले जंगी आंदोलन का इंतज़ार है।

प्रतिदिन हाइवे से निकलती हैं लगभग 100 बसें----

भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर , झाँसी  से इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें तो अंधी रफ़्तार से चलती ही हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डम्फर ईंट, ढोने बाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी डियूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

इनका कहना है।

शीघ्र ही बसों की तेज रफ्तार पर अंकुश लगाया जाएगा। ऐसे तेज़ रफ़्तार चार्टर्ड बसों पर चालानी कार्रवाई कर समझाईश दी जाएगी।

देवेन्द्र पाल सिंह, थाना प्रभारी सलामतपुर।

बसों की तेज़ रफ़्तार पर कार्रवाई होना आवश्यक है। सलामतपुर रोड से बसें अंधी रफ्तार से निकलती हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। और इसके साथ ही खटारा बसों के परमिट निरस्त किए जाएं।

रघुवीर मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।


न्यूज़ सोर्स : अदनान खान, प्रधान संपादक IND28.COM