महाबोधि महाविहार को गैर बौद्धों से कराया जाए मुक्त: राष्ट्रीय बौद्ध महासभा

-राष्ट्रीय बौद्ध महासभा ने महाबोधि महाविहार बोधगया को मुक्त कराने कलेक्टर को दिया ज्ञापन
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
राष्ट्रीय बौद्ध महासभा के द्वारा सोमवार को रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा को राष्ट्रपति एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार सरकार को संबोधित ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में राष्ट्रीय बौद्ध महासभा द्वारा निम्नलिखित प्रमुख मांग रखी गई कि जिसमें महाबोधि महाविहार जो कि बौद्धों का प्रमुख आस्था का केंद्र है जहाँ देश ,विदेश के करोड़ों बौद्ध अनुयायी प्रत्येक वर्ष आते है जो कि यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में सम्मिलित है जिसको गैर बौद्धों से मुक्त कराया जाए। साथ ही बीटीएमसी एक्ट 1949 के तहत गैर बौद्धों को महाबोधि महाविहार की प्रबंधन समिति में सदस्य बनाया जाता है जो कि भारतीय संविधान के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 25 से 28 तक का सीधा उलंघन है इस एक्ट को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए ,एवं जिस प्रकार भारत के सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों का प्रबंधन उनके मानने वाले लोगो के द्वारा किया जाता उसी प्रकार महाबोधि महाविहार का सम्पूर्ण प्रबंधन बौद्धों को दिया जाए।इस अवसर पर मुकेश बौद्ध आई टी सेल प्रभारी ,रतन सिंह चौधरी जिला अध्यक्ष, सूरजपाल पूर्व प्रत्याशी बसपा, घनश्याम अहिरवार, कालूराम चौधरी, भारत सिंह भारती, शुभम भारती सहित बौद्ध अनुयायी, बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी के अनुयायी एवं भीम आर्मी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।