-टोल टैक्स लेने के बाद भी MPRDC विभाग मिट्टी डालकर कर रहा है खानापूर्ति

-सलामतपुर थाना क्षेत्र के दीवानगंज मेन रोड का मामला

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल विदिशा हाईवे 18 के दीवानगंज सेंट जार्ज स्कूल के सामने उस समय एक बड़ा हादसा टल गया। जब एक ट्राला सड़क से नीचे उतर गया और पलटने से बाल-बाल बच गया। घटना का कारण सड़क की साइटों में पर डाली गई मिट्टी को बताया जा रहा है। जिससे वाहन फिसलने लगे हैं। जानकारी के अनुसार, एमपीआरडीसी द्वारा हाल ही में सड़क की साइटों पर मिट्टी डाली गई थी, जबकि इस पर कोपरा या गिट्टी की चूरी डालना था। इस कारण मिट्टी ढीली रह गई। इसका नतीजा यह हुआ कि भारी भरकम ट्राला मिट्टी में फिसल गया और सड़क किनारे उतर गया। गनीमत रही कि ट्राला पलटा नहीं, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। मौके पर जेसीबी की मदद से ट्राला को सड़क पर वापस लाया गया। गौरतलब है कि भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे  सड़क की साइडों पर मिट्टी डाली गई है जो बारिश होने की वजह से कीचड़ में तब्दील हो गई है। और दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। एमपीआरडीसी विभाग को मिट्टी की जगह बारीक गिट्टी डालना थी जिससे कि बारिश होने पर नही किसी प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़े। लेकिन देखने मे आ रहा है कि एमपीआरडीसी विभाग सिर्फ खाना पूर्ति में लगा हुआ है। अब ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।

स्थानीय रहवासियों की मांग हाइवे 18 शीघ्र हो 4 लाईन, तब आएगी हादसों में कमी---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस स्टेट हाइवे को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

प्रतिदिन हाइवे से निकलते हैं छोटे बड़े 10 हज़ार वाहन-----भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग दस हज़ार वाहन निकलते हैं जिनमें लगभग दो सौ यात्री बसें भी शामिल हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना, ललितपुर , झाँसी  कानपुर, लखनउ और इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें तो अंधी रफ़्तार से चलती ही हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डंपर, ईंट, ढोने वाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी डियूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

इनका कहना है।

एमपीआरडीसी विभाग भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर टोल लगाकर कमर्शियल वाहनों से वसूली की जा रही है। फिर भी काम में लापरवाही हो रही है। साइडों में डाली गई मिट्टी कीचड़ बन गई है। और हादसों का सबब बन रही है।

नीरज जैन बंटी भैया, किराना व्यापारी सलामतपुर।

हाइवे 18 को 4 लेन करने से हादसों में कमी आ सकती है। सड़क छोटी होने की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। स्थानीय रहवासी शासन प्रशासन से हाइवे 18 को शीघ्र 4 लेंन करने की मांग कर रहे हैं।

मूलचंद यादव, पूर्व सरपंच सलामतपुर।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28