-हाइवे 18 पर यातायात का रहता है अत्यधिक दबाब, 4 लेन होने से आएगी हादसों में कमी

-प्रतिदिन हाइवे 18 से निकलते हैं 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर सड़क हादसे रुकने का नाम ही नही ले रहे हैं। इन रोज़ होने वाले हादसों की वजह से ही अब इस सड़क को खूनी सड़क भी कहा जाने लगा है। वहीं सलामतपुर, दीवानगंज व बालमपुर, बेरखेड़ी चौराहा क्षेत्र के लोगों ने इस स्टेट हाइवे को 4 लाइन करने की मांग शासन प्रशासन से की है। गौरतलब है कि भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर एक वर्ष में लगभग सौ से डेढ़ सौ सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें पच्चीस से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है। सलामतपुर व सूखी सेवनिया पुलिस भी रोज़ हो रही इन दुर्घटनाओं की वजह से काफी परेशान है। क्योंकि थाने में पुलिस बल काफी कम है। और सड़क हादसों में पुलिस बल भेजने के बाद थाने में पुलिस बल कम पड़ जाता है। जिससे थाने आए फरियादियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से स्टेट हाइवे 18 को फ़ोर लाइन करने की मांग की है।

प्रतिदिन हाइवे से निकलते हैं छोटे बड़े 10 हज़ार वाहन-----भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग दस हज़ार वाहन निकलते हैं जिनमें लगभग दो सौ यात्री बसें भी शामिल हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना, ललितपुर , झाँसी  कानपुर, लखनउ और इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें तो अंधी रफ़्तार से चलती ही हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डंपर, ईंट, ढोने वाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी डियूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।

MPRDC ने 4 लेन का दिया था प्रस्ताव, मामला गया ठंडे बस्ते में--पिछले वर्ष एमपीआरडीसी (मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम) ने हाइवे 18 के निर्माण का प्रस्ताव दिया था कि इस सड़क को एक्सप्रेस-वे जैसा बनाया जाएगा। इस पर सर्विस लेन भी होगी। निर्माण हाइब्रिड एनीयुटी मोड पर होगा। और यह भोपाल के लिए दूसरी बड़ी सौगात होगी।  इस पर सर्विस लेन भी होगी। निर्माण हाइब्रिड एनीयुटी मोड पर होगा। और स्टेट हाईवे की मौजूदा लंबाई करीब 55 किमी है। यह हाइवे भोपाल में भानपुर चौराहा अयोध्या बाइपास से प्रारंभ होती है और सांची-सलामतपुर जंक्शन पर एनएच-146 पर समाप्त होती है। यह सड़क भोपाल और रायसेन जिलों से होकर गुजरती है। भानपुर, चोपड़ाकला, सुखी सेवनियां, डोब, बालमपुर, दीवानगंज और सलामतपुर जैसे आवासीय क्षेत्रों को जोड़ती है।एमपीआरडीसी ने बताया तहस की प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 44.80 किमी है। यह भोपाल से विदिशा जाने के लिए यह सबसे सीधा मार्ग है। लेकिन कुछ समय पूर्व तक यह सड़क जर्जर थी। लोगों को रायसेन होकर भोपाल जाना पड़ता था। इसमें 30 किमी दूरी बढ़ जाती है। अब सड़क बन जाने से पूरे वाहन यहीं से निकल रहे हैं। और हाइवे पर यातायात का दबाव बढ़ रहा है। चूंकि यह दक्षिण से उत्तर भारत को जोड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण रास्ता है। इससे रोज करीब 10 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। लेकिन अभी तक इस स्टेट हाइवे 18 को नेशनल हाइवे बनाने का काम शुरू नही हुआ है।

इनका कहना है।

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे पर यातायात का बहुत अधिक दबाब रहता है। कस्बे से भी इतनी अधिक संख्या में छोटे बड़े वाहन निकलते हैं कि रोड क्रॉस करने में ही 10 से 15 मिनिट तक खड़े रहना पड़ता है। हाइवे को फोर लाईन करने से हादसों में कमी आ सकती है।

कालूराम मीणा, सरपंच ग्रा. पं.खोहा।

हाइवे 18 को 4 लेन करने से हादसों में कमी आ सकती है। सड़क छोटी होने की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। स्थानीय रहवासी शासन प्रशासन से हाइवे 18 को शीघ्र 4 लेंन करने की मांग कर रहे हैं।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्रा.पं. रातातलाई।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28