सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

हनुमान जयंती पर पंडित अरुण शास्त्री ने बताया कि पूजा के लिए बस इतने घंटे का मुहूर्त है, जानें इसके 4 दिव्य उपाय। पवनपुत्र हनुमान का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए यह तिथि हर साल हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 23 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है। हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मुहूर्त में अंजनिपुत्र की विधिवत पूजा कर सकते हैं।हनुमान जी भगवान शिव के अंशावतार हैं और श्रीराम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी शक्ति और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं। इनकी उपासना से तुरंत कष्टों का नाश होता है। हर तरह की बाधा दूर हो जाती है। इनकी स्तुतियों से जीवन में सफलता मिलती है। पवनपुत्र हनुमान का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए यह तिथि हर साल हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 23 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है।पंडित अरुण शास्त्री ने बताया हनुमान जयंती की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और दिव्य उपाय बताते हैं।

हनुमान जयंती की पूजन विधि----हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा अभिजित मुहूर्त में करें। सबसे पहले उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी पर एक लाल कपड़ा बिछाएं। हनुमान के साथ भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करें। हनुमान जी को लाल और राम जी को पीले फूल अर्पित करें। लड्डू का भोग लगाएं। तुलसी दल भी अर्पित करें। पहले श्रीराम के मंत्र 'ऊं राम रामाय नमः' का जाप करें। फिर हनुमान जी के मंत्र 'ऊं हं हनुमते नमः' का जाप करें।

शुभ मुहूर्त----हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मुहूर्त में अंजनिपुत्र की विधिवत पूजा कर सकते हैं 

 

न्यूज़ सोर्स : IND28.COM