फॉलोअप:गिरफ्तार चाचा भतीजे पर 14 साल से लापता युवक के परिजनों ने हत्या के लगाए आरोप
-पुलिस ने दोनों आरोपियों को 1 दिन के रिमांड पर लेकर की पूछताछ
-पुलिस ने आरोपियों को गुरुवार को न्यायालय में पेश कर फिर से 1 दिन का मांगा रिमांड
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
14 साल से अपहरण के मामले में गिरफ्तार चाचा भतीजे को सलामतपुर पुलिस ने पूछताछ के लिए 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। गुरुवार को सत्ती गांव से अपने बयान दर्ज कराने थाने आए अब्दुल हलीम खां, उनका पुत्र ज़हीर खां और पोते अमजद ने उनके 14 साल से लापता पिता जमील खां की हत्या के आरोप गिरफ्तार आरोपी चाचा छोटे वीर गुर्जर पिता अतर सिंह गुर्जर उम्र 58 वर्ष निवासी ग्राम बेगनिया थाना सोहागपुर जिला नर्मदापुरम और भतीजा कैलाश पटेल पिता विष्णु प्रसाद पटेल उम्र 44 वर्ष निवासी ग्राम बेगनिया थाना सोहागपुर जिला नर्मदापुरम पर लगाए हैं। परिजन हलीम खां ने कहा है कि अगर सलामतपुर पुलिस सख्ती से पूछताछ करती है तो उनके लापता बेटे जमील खां की हत्या का खुलासा हो सकता है। उन्होंने दोनों आरोपियों पर ही उनके बेटे की हत्या के आरोप लगाए हैं। गौरतलब है कि फरियादी मुन्नू खां के भाई जमील खां ने एक नकली सोने की ईंट दोनों आरोपियों छोटे वीर गुर्जर और कैलाश पटेल को असली बताकर डेढ़ लाख रुपए में बेच दी थी। जब आरोपियों को ईंट नकली होने का पता चला तो उन्होंने जमील से डेढ़ लाख रुपए वापस मांगे। जमील ने रुपए देने से इंकार किया तो आरोपियों ने जमील का अपहरण कर लिया और पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी। सलामतपुर पुलिस ने इस मामले में 3 मई 2011 को छोटे वीर गुर्जर और कैलाश पटेल के विरुद्ध 365, 120बी, 34 आईपीसी का मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया था। जब काफी समय तक भी आरोपियों का सुराग नही लगा तो रायसेन के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला ने दोनों आरोपियों पर पांच-पांच हज़ार रुपए का ईनाम रखा था। पुलिस ने 14 साल बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है।
14 साल बाद भी लापता जमील का नही चला पता--अपहरण किए गए जमील खां का 14 साल बाद भी कहीं सुराग नही लगा है। जबकि उनके परिजनों ने 2011 में ही कई बार रायसेन पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित भोपाल में आईजी तक को कार्रवाई के लिए आवेदन दिए थे। लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई थी। अब जब अपहरण करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया तो परिजनों को कुछ उम्मीद जगी थी कि उनके लापता बेटे का पता चल सकेगा। लेकिन पुलिस पूछताछ में भी उनके बेटे जमील का कोई सुराग नही लग सका। परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों ने ही उनके बेटे की हत्या की है।
इनका कहना है।
हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया था और 2 दिन का पुलिस रिमांड मांगा था। न्यायालय ने 1 दिन का रिमांड दिया था। गुरुवार को फिर इन्हें न्यायालय में पेश कर 1 दिन का और रिमांड मांगा गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।
मेरे बेटे की हत्या छोटे वीर गुर्जर और कैलाश पटेल ने ही कि है। क्योंकि 14 साल बाद भी मेरे बेटे का कोई सुराग नही लग रहा है। यहीं दोनों आरोपियों ने मेरे बेटे जमील की हत्या कर उसका शव कहीं गढ़ा दिया है। पुलिस सख्ती से पूछताछ करे तो मामले का खुलासा हो सकता है।
हलीम खां, लापता युवक का पिता निवासी सत्ती गांव।