चलती हुई यात्री बस का भोपाल विदिशा हाइवे के घोड़ापछाड़ पुल पर गिरा डीज़ल टैंक, 1 घंटे तक लगा रहा 2 किमी लंबा जाम
-सलामतपुर पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद खुलवाया रोड जाम
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। प्रधान संपादक IND28.COM
भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के घोड़ापछाड़ पुल पर एक चलती हुई यात्री बस का डीज़ल टैंक निकलकर पुल पर गिर गया। जिसकी वजह से बस पुल के बीचों बीच रुक गई और हाइवे के दोनों और लगभग दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सलामतपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद बस को पुल से हटवाया तब कहीं जाकर हाइवे पर यातायात सुचारू रूप से शुरू हो पाया।जानकारी अनुसार विदिशा से भोपाल जा रही शक्ति ट्रेवल्स की यात्री बस एमपी04 पीए 2664 का दोपहर लगभग तीन बजे भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के घोड़ापछाड़ पुल पर डीज़ल टैंक निकलकर पुल पर गिर गया। जिसकी वजह से बस पुल पर ही खराब होकर रुक गई। बस खराब होने के कारण रोड के दोनों और दो-दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जिससे रोड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। यह जाम एक घंटें से ऊपर तक लगा रहा। इस दौरान वाहन चालक परेशान होते रहे। सूचना मिलते ही मौके पर सलामतपुर पुलिस ने पहुंचकर काफी जद्दोजहद के बाद खराब हुई बस को पुल के बीच से हटवाया और एक एक तरफ़ लाइन के वाहनों को निकलवाया। पूरी तरह से जाम को खुलने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लग गया। जाम के दौरान भोपाल से विदिशा और विदिशा से भोपाल की और जा रहे यात्री परेशान होते रहे। यहां यात्री पीने के पानी की तलाश करते नजर आए।
हाइवे से प्रतिदिन निकलती हैं लगभग 100 बसें----भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर , झाँसी से इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें तो अंधी रफ़्तार से चलती ही हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डम्फर ईंट, ढोने बाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी डियूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।
खटारा बसों पर आरटीओ विभाग नही करता कार्रवाई-----भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में तेज रफ्तार खटारा बसें दौड़ रही हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस चेक नहीं किया जाता है। ये खटारा बसों द्वारा यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां गोर करने वाली बात यह है कि रायसेन आरटीओ प्रतिदिन सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं। लेकिन उनको ये खटारा और तेज़ रफ़्तार बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही इस मार्ग पर स्पीड ब्रेकर या ज़िग-ज़ैग नही रखे गए तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी। स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि नगर में शीघ्र ही स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इनका कहना है।
शीघ्र ही बसों की तेज रफ्तार पर अंकुश लगाया जाएगा। ऐसे तेज़ रफ़्तार चार्टर्ड बसों पर चालानी कार्रवाई कर समझाईश दी जाएगी।
देवेन्द्र पाल सिंह, थाना प्रभारी सलामतपुर।
खटारा बसों की तेज़ रफ़्तार पर कार्रवाई होना आवश्यक है।सलामतपुर रोड से बसें अंधी रफ्तार से निकलती हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र में दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। और इसके साथ ही खटारा बसों के परमिट निरस्त किए जाएं।
रघुवीर मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।
स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार शिकायत के माध्यम से ज़िम्मेदार अफसरों को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन समस्या का समाधान कई वर्ष बीतने के बाद भी संभव नही हो सका। और भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 के सलामतपुर से अंधी रफ्तार से खटारा बसें निकल रही हैं।
बबलू पठान, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलामतपुर।