-यातायात विभाग के अधिकारी नही करते हैं कार्रवाई

अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28.COM हर खबर पर पैनी नज़र)

भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर इन दिनों यात्री बस संचालकों की मनमानी चल रही है। बस ड्राइवर बस को कहीं भी रोक देते हैं जिसकी वजह से सड़क पर आए दिन जाम की स्तिथि बन जाती है। और अन्य वाहन चालक परेशान होते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि सलामतपुर नगर में भारी संख्या में दो पहिया, चार पहिया वाहन हैं। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र से लोग भारी संख्या में वाहनों के साथ नगर में प्रतिदिन आते हैं। नगर में एक भी वाहन स्टैंड न होने से अघोषित वाहन स्टेण्ड मुख्य सडक के किनारों पर अनेक स्थानों पर बने हुए हैं। यात्री बसें बस स्टेण्ड से चालू होकर नगर के आधा दर्जन स्थानों पर आघोषित बस स्टैंड पर यात्रियों को चढाने उतारने और अलग अलग स्थान पर रुकने से जाम लगने के साथ ही घटना दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

हाइवे 18 पर नही बनाया गया है डिवाइडर----नगर के बीचों बीच से निकला स्टेट हाइवे 18 की मुख्य सडक पर कहीं भी डिवाइडर नही बनाए गए हैं। जबकि हाइवे पर लगभग डेढ किमी डिवाइडर बनना चाहिए था । मुख्य सड़क के दोनों ओर दो बैंक और कई क्योस्क सेंटर हैं। किसी भी बैंक के पास वाहन स्टैंड की सुविधा न होने से बैंकें खुलते ही बैंकों के सामने मुख्य सड़क के किनारे दो पहिया, चार पहिया वाहनों की भरमार से जाम लगने की परेशानियों भरी स्थिति का सामना पैदल चलने वालों को करना पड़ता है। जानकारी होने के बाद भी ज़िम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान नही दे रहे हैं। जिसकी वजह से ऐसे हालात बने हुए हैं।

नही रहता यातायात पुलिस अमला--नगर में दिन की शुरुआत सुबह से रात्रि तक मुख्य सडक के साथ स्टेशन रोड, रातातलाई उपमंडी रोड, थाना रोड, सब्ज़ी बाजार, बेरखेड़ी चौराहा, कुल्हाड़िया रोड, त्रिमूर्ति चौराहा  सहित अन्य स्थानों पर वाहनों का भारी आवागमन रहता है। और नगर के सभी प्रमुख सार्वाजनिक स्थानों, तिराहों, चौराहों पर सुव्यवस्थित सुरक्षित यातायात के लिए यातायात पुलिस की मौजूदगी जरूर रहती है। परंतु नगर के किसी भी चौराहे, तिराहे, भीड भाड वाले स्थानों से यातायात पुलिसा गायब बनी रहने से वाहन चालकों की मनमानी बनी रहने से पैदल चलने वाले बुजुर्ग, महिलाएं, छात्र, बच्चे जोखिम भरी स्थिति में बने रहते हैं। सड़कों के किनारों पर घंटो से दो पहिया, चार पहिया वाहन और मालवाहक वाहन खड़े रहने पर उन्हे हटाने के प्रति यातायात पुलिस की अनुपस्थिति से वाहन चालकों, मालिकों की दबंगाई विवादों का कारण बनता रहता है। वहीं आसपास दुकानों के भीतर से अधिक सामान सड़को पर फैला रहने से जाम लगने और जोखिम भरी स्थिति बनी रहती है। 

भोपाल विदिशा हाइवे की इसी पुलिया से प्रतिदिन गुजरते हैं 10 हज़ार वाहन---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 से दिन भर में लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। जो यूपी, दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। यहां से बड़े बड़े ट्राले और ट्रक क्षमता से अधिक माल लेकर सड़क से निकलते हैं। वहीं कुछ बड़े भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। जो त्रिमूर्ति चौराहे से लेकर नहर वाली पुलिया से होते हुए जाते हैं। जो कभी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। क्योंकि पुलिया के दोनों और मुश्किल से एक फिट से भी छोटी रैलिंग बनाई गई हैं। जो रात के समय दिखाई भी नही देती।

हाइवे के किनारे पर जगह जगह लगे हैं रेत गिट्टी के ढेर--हाइवे से लगी हुई सड़कों के कई स्थानों पर बिल्डिंग मटेरियल, कबाड सामग्री भी पड़ी रहने से वाहनों का आवागमन जोखिम भरी स्थिति में होता है। स्थानीय प्रशासन और ट्राफिक पुलिस की लंबे समय से क्षेत्र में मांग बनी हुई है। क्योंकि यातायात विभाग की उदासीनता और क्षेत्र में नही होने के कारण ऐसे हालात बने हुए हैं। यात्री बसों की मनमानी के विरूद्ध कभी भी प्रभावी कार्रवाई न किए जाने से ऐसा लगता है कि यातायात विभाग आंखे बंद कर के बैठा है। जबकि यात्री बसें आम आदमी और पैदल चलने वालों के साथ कभी-कभी वाहन चालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इनका कहना है।

में कई बार भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर चलने वाली यात्री बसों पर चालानी कार्रवाई कर चुका हूं। यातायात विभाग की पुलिस को भी ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।

भोपाल विदिशा हाइवे 18 पर यात्री बसें अंधी रफ्तार से चल रही हैं। बस ड्राइवर कहीं भी बस रोककर सवारी बैठाते हैं। जिसकी वजह से सड़क पर जाम की स्तिथि बनती रहती है।कई बार पीछे चल रहे वाहन अचानक बस रुकने से उसमें टकरा जाते हैं। और हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसी बसों पर कार्रवाई होना चाहिए।

रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच रातातलाई।

हाइवे 18 पर यातायात अमला भी नदारत रहता है। जबकि भोपाल विदिशा हाइवे 18 पर वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है। यहां पर प्रतिदिन लगभग 10 हज़ार छोटे बड़े वाहन निकलते हैं। उसके बाद भी यातायात का अमला इस मार्ग पर नही होना सवालिया निशान लगा रहा है। ड्राइवर बसें भी तेज रफ्तार से चला रहे हैं।

हसन मंसूरी, सलामतपुर।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM