हाइवे 18 पर लंबी दूरी की बसों की वजह से हो रहे हैं हादसे, गुरुनानक ढाबे पर बसें रोककर लगाते हैं जाम
-यातायात विभाग की मिलीभगत से चल रही है ढाबा संचालकों की मनमर्ज़ी
-स्थानीय ग्रामीणों ने कलेक्टर एसपी से कार्रवाई की मांग की
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे 18 के बेरखेड़ी चौराहे पर प्रतिदिन लंबी दूरी की बसें हाइवे पर खड़ी कर दी जाती हैं। और जाम की स्तिथि निर्मित होती है। जिसकी वजह से आए दिन हाइवे पर हादसे हो रहे हैं। वहीं रायसेन आरटीओ प्रतिदिन हाइवे पर चेकिंग करते हैं परंतु उनको यह बसें नज़र नही आती हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर अरविंद दुबे और नए पुलिस कप्तान पंकज पांडे से बस संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि एक सप्ताह की भीतर ही इस रोड पर कई दुर्घटनाएं इन बसों के चलते हो चुकी है। लेकिन यातायात विभाग या पुलिस विभाग इन बसों पर कार्रवाई नही करता है। जिसकी वजह से इन बसों के ड्राइवरों के हौसले बुलंद हैं। और वह बसों को हाइवे पर कहीं भी खड़ी कर देते हैं। अभी कुछ समय पहले ही घोड़ापछाड़ पुल पर एक चलती हुई यात्री बस का डीज़ल टैंक निकलकर पुल पर गिर गया था। जिसकी वजह से बस पुल के बीचों बीच रुक गई और हाइवे के दोनों और लगभग दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। सलामतपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद बस को पुल से हटवाया तब कहीं जाकर हाइवे पर यातायात सुचारू रूप से शुरू हो पाया था। वहीं सांची शहर में भी एक चार्टर्ड बस ने तेज़ रफ़्तार से एक स्कार्पियो को उड़ा दिया था। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इसी तरह कुछ समय पूर्व विदिशा से भोपाल सवारी लेकर जा रही प्रीत कंपनी की बस के पिछले चारों पहिए निकल जाने से बस में बैठे कई लोग घायल हो गए थे। ये प्रीत ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी04 पीए 3154 दोपहर लगभग 2 बजे भोपाल विदिशा हाइवे के दीवानगंज देहरी गांव के पास चलती बस के पिछले चारों पहिए निकलकर खेत में पहुंच गए थे। इस हादसे में बस में सवार 8 से 10 लोग घायल हो गए थे। जिन्हें उपचार के लिए 108 की मदद से भोपाल भेजा गया था।वहीं हादसे के बाद विदिशा भोपाल हाईवे पर कुछ देर के लिए जाम की स्तिथि भी बन गई थी। और दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी।
रायसेन यातायात विभाग नही करता कार्रवाई---भोपाल-विदिशा स्टेट हाईवे 18 पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में बसें नियम विरुद्ध दौड़ रही हैं। जिनका आरटीओ द्वारा कभी भी फिटनेस या परमिट चेक नहीं किया जाता है। इन बसों के संचालकों द्वारा यात्रियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि रायसेन आरटीओ प्रतिदिन सलामतपुर, दीवानगंज, त्रिमूर्ति चौराहा, सांची आदि जगहों पर चेकिंग कर रहे हैं। लेकिन उनको ये लंबी दूरी की बसें नज़र नही आ रही हैं। जिसकी वजह से यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने कहा है कि अगर शीघ्र ही ऐसी बसों पर कार्रवाई नही की गई तो इस तरह की गंभीर दुर्घटनाएं होती रहेंगी।स्थानीय नागरिकों ने जिला प्रशासन से भी मांग की है कि इन बसों पर नियंत्रण किया जाए। अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
शांति समिति बैठक में भी कई बार उठ चुका है यह मुद्दा---पूर्व में पुलिस थाने में हुई शांति समिति की बैठकों में कई बार नगरवासियों ने क्षेत्र में यातायात हवलदार तैनात करने की मांग कई बार की है। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। लगता है कि पुलिस और प्रशासन को किसी बड़ी घटना होने के बाद होने वाले जंगी आंदोलन का इंतज़ार है।
प्रतिदिन हाइवे से निकलती हैं लगभग 100 बसें---भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर यातायात का अत्यधिक दबाब रहता है। यहां से प्रतिदिन लगभग सौ बसें निकलती हैं जो विदिशा, रीवा, टीकमगढ़,छतरपुर, सागर ,बीना ललितपुर , झाँसी से इंदौर जाने वाली चार्टेड बसें हाइवे के ढाबों पर रुकती हैं और इसके साथ ही अंधी रफ़्तार से भी चलती हैं। इसके साथ ही भोपाल से विदिशा चलने वाली बसें, डम्फर ईंट, ढोने बाली 407 , डीजल टेंकर अंधी रफ़्तार से चलते हैं। जिससे इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाए होती रहती हैं। और यातायात विभाग इन वाहनों से सिर्फ चौध वसूली कर अपनी ड्यूटी पूरी कर लेता है। शासन प्रशासन को शीघ्र इस और ध्यान देकर समस्या का समाधान करना चाहिए।
गुरुनानक ढाबे पर लगता है बसों का जमावड़ा---सलामतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बेरखेड़ी चौराहे पर स्तिथ गुरुनानक ढाबे पर प्रतिदिन लंबी दूरी की बसें रुकती हैं। जो हाइवे पर जाम की स्तिथि निर्मित करती हैं। इन बसों की सवारियां भी हाइवे 18 पर एकत्रित होकर भीड़ लगाती हैं। जिससे हादसे का अंदेशा रहता है। बताया जा रहा है कि ढाबा संचालक ने रायसेन आरटीओ से सांठगांठ कर रखी है। इसलिए आरटीओ बसों पर कार्रवाई करने से कतराते हैं। जबकि इन बसों का परमिट भोपाल से बाया रायसेन होते हुए जाने जा रहता है। बावजूद इसके बसों को बिना इस रूट परमिट के सलामतपुर होते हुए ले जाता जाता है।
इनका कहना है।
आपके द्वारा ये मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है। वैसे तो इस मामले में रायसेन यातायात विभाग को बसों पर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा ढाबा संचालक को समझाईश दी जाएगी।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।
लंबी दूरी की बसें बेरखेड़ी चौराहे के गुरुनानक ढाबे पर रुककर हाइवे पर कहीं भी खड़ी की जाती हैं। इन बसों की सवारियां भी हाइवे पर जगह-जगह भीड़ लगाती हैं। जिसकी वजह से हादसों का अंदेशा रहता है। ऐसी बसों के परमिट निरस्त कर कार्रवाई की जाए।
रघुवीर सिंह मीणा, सरपंच ग्राम पंचायत रातातलाई।
स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार शिकायत के माध्यम से ज़िम्मेदार अफसरों को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन समस्या का समाधान कई वर्ष बीतने के बाद भी संभव नही हो सका। और भोपाल विदिशा स्टेट हाइवे 18 पर हादसे बढ़ रहे हैं।
कैलाश गोस्वामी, समाजसेवी रातातलाई सलामतपुर।