सलामतपुर थाना प्रभारी ने अभिमन्यु अभियान के तहत बच्चों को किया जागरूक
-पुलिस ने समाज में व्याप्त कुरूतियों के चक्रव्यूह को अभिमन्यु की तरह तोड़ने का संदेश देकर बच्चों को दिलाई शपथ
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
प्रदेश के साथ ही रायसेन जिले में भी पुलिस विभाग द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध लगातार हो रहे अपराधों व घरेलू हिंसा जैसी घटनाओं को रोकने, महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के उद्देश्य से “मैं हूं अभिमन्यु“ अभियान शुरू किया गया है। इसी कड़ी में बुधवार को सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी, एएसआई सुनील शर्मा और प्रधान आरक्षक गणेश रघुवंशी ने शासकीय स्कूल बेरखेड़ी एवं खोहा के बच्चों को जागरूक किया। और समाज में व्याप्त कुरूतियों के चक्रव्यूह को अभिमन्यु की तरह तोड़ने का संदेश देकर शपथ दिलाई। थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी ने कहा कि मैं हूं अभिमन्यु अभियान का उद्देश्य समाज में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना है। सभी में महिलाओं, बालिकाओं के प्रति सम्मान की भावना हो, इसी उद्देश्य से आज बच्चों के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत की गई है। बचपन से ही बच्चों के मन में महिलाओं के प्रति, बालिकाओं के प्रति आदर-सम्मान की भावनाएं आएगीं तो आने वाले समय में निश्चित रूप से अच्छे नागरिक बनेंगे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्सर नशे की लत, दहेज प्रथा और पुरानी रूढ़िवादिता जैसी खतरनाक प्रथाओं के चलते होते हैं, जो सामूहिक रूप से हिंसा और उत्पीड़न को भी बढ़ावा देते हैं। इसलिए यह पहल अभद्रता, असंवेदनशीलता और लिंग भेदभाव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी जागरूक करेगी। और कहा कि बालिका भ्रूण हत्या, अशिक्षा और महिलाओं को समाज में उनके उचित स्थान से वंचित करना प्रगति के लिए खतरा माना जाता है। ये प्रथाएँ जनमानस को नुकसान पहुंचाने के साथ ही हमारे समाज के नैतिक ताने-बाने को भी तोड़ती हैं। इसीलिए शासन द्वारा “मैं हूं अभिमन्यु“ के माध्यम से इन बुराइयों को समाप्त कर एक ऐसे समाज को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है, जहाँ महिलाओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार हो।
2 अक्टूबर से शुरू हुआ है अभियान--पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा प्रदेश में जिला स्तर पर 2 अक्टूबर से एक विशेष जागरूकता अभियान मैं हूं अभिमन्यु प्रारंभ किया गया है। जो प्रदेश सहित पूरे जिले में जारी है। इसका मुख्य उद्देश्य बालकों में आदर्श की भावना महिला और बालिकाओं के प्रति पैदा करना है।और जिस प्रकार वीर बालक अभिमन्यु ने महाभारत में चक्रव्यूह को भेद दिया था। उसी प्रकार बच्चे अच्छे संस्कार पाकर महिला और बालिकाओं के प्रति कुरीतियों का जो चक्रव्यूह समाज को घेरे हुए है, उसे तोड़ेंगे। इससे समाज में अच्छा वातावरण बनेगा। थाना प्रभारी ने बताया कि इस अभियान के तहत आगे और भी कई गतिविधियां आयोजित की जाएगीं।