By Adnan Khan Editor In Chief IND28.Com

सत्येंद्र जोशी रायसेन।
सांची ब्लॉक की नई 5 ग्राम पंचायतों मैं एक रुपए का काम नहीं हुआ है। हालात यह हैं कि चुनाव के 7 महीने बीत जाने के बाद इन पंचायतों मैं ना तो सरपंच सचिव को बैठने के लिए कार्यालय है और ना ही कुर्सी। इसके अलावा पंचायतें अभी तक पोर्टल पर भी नहीं आई हैं।जनपद पंचायत सांची के तहत ग्राम चांदना, भूसीमेटा, गुंदरई, सगौनिया और बुरुखार को ग्राम पंचायत का दर्जा मिला है। इन पंचायतों में विधिवत चुनाव होने के बाद सरपंच बनाए गए और वह हाथ पर हांथ रखे बैठे हुए हैं। पंचायतों में विकास नहीं होने से ग्रामीण जन सरपंच, सचिव के घरों के चक्कर लगा रहे हैं। और सरपंच जनपद और जिला पंचायत के चक्कर लगाकर जानकारी पूछते नजर आ रहे हैं कि हमारी पंचायतों मैं कब विकास का पहिया चालू होगा। जानकारी मिली है कि इन पंचायतों मैं ना तो पीएम आवास के काम हो पा रहे हैं, और ना ही, ग्राम स्वराज, संबल योजना, खाद्यान्न, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, इत्यादि कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इस संबंध में हमने सांची सीईओ बंधु सूर्यवंशी से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह पंचायत राज भोपाल की प्रक्रिया है। काम चल रहा है कुछ टेक्निकल इश्यू होने की वजह से पंचायत पोर्टल पर नहीं आई हैं। इधर ग्राम पंचायत के सचिव लक्ष्मीनारायण किरार बताते हैं कि अभी 2 दिन पहले पंचायत दर्पण पर तो दिख रही है, पर अभी पोर्टल पर नहीं आई है। यही वजह है कि पोर्टल पर नहीं आने से योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। सचिव श्री किरार ने बताया कि इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पंचायत भवन नहीं है। बोर्ड नहीं है, लोग पंचायत ढूंढ रहे हैं कि हमारे गांव की पंचायत कहां है। प्रशासन और सरकार को जल्द ही इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

न्यूज़ सोर्स : सत्येंद्र जोशी, रायसेन