नसीम अली दीवानगंज रायसेन। IND28.COM

दीवानगंज सेमरा रेलवे स्टेशन स्थित जामिया अरबिया मदरसातुल अबरार में रविवार को सालाना जलसा का आयोजन किया गया। यह जलसा कार्यक्रम सेमरा रेलवे स्टेशन के पास आयोजित किया गया। इस जलसा दस्तारबंदी में 5 हाफिजों की दस्तारबंदी की गई। दस्तारबंदी के साथ ही मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों ने हम्द नात तकरीर पेश की। इसके पश्चात जलसा में शामिल हुए उलमाओं की तकरीर हुई। जिसमें उन्होंने कहा कि हिफ्जे कुरान की दौलत दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है।कुरान के पढ़ने और पढ़ाने वाले दोनों खुशनसीब हैं। कुरान एक ऐसी किताब है जो पूरी दुनिया के लिए हिदायत है। इस दौरान क्षेत्र भर के बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित रहे। जोहर की नमाज के बाद दुआ के साथ जलसे का समापन हुआ। बता दें कि सालाना जलसे में दूर-दूर से आए उलेमा कार्यक्रम में शामिल हुए। जिनमें अली कादर हुसैनी नयाब काजी ए शहर भोपाल, मोहम्मद आसिम साहब सहारनपुर, अब्दुल अजीज साहब तरकेसर गुजरात, हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद युसूफ साहब मंडी बामोरा, हाफिज कारी मोहम्मद फहीम साहब पहानवी मध्य प्रदेश, हाफिज व कारी जुबेर मकबूल साहब भोपाल मध्य प्रदेश, शहर काजी रायसेन जहीरूद्दीन साहब एवं बड़ी संख्या में क्षेत्र भर के मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। वहीं जोहर की नमाज के बाद दुआ के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ और इस दौरान जिन पांच बच्चों ने हाफिज़े कुरान मुकम्मल कर लिया उनको डिग्री व इनाम भी दिए गए।

इनका कहना है।

ये जलसा दुनिया में रह रहे हर शख्स को जोड़ने की मेहनत है। इसमें सभी को एकता के साथ पैगाम दिया जाता है। जिसमें इंसानियत ज़िंदा रखने वाली बातों को यहां सिखाया जाता है। मदरसे के 5 बच्चों ने कुरान पाक मुकम्मल कर लिया है। और यहां अध्यनरत 60 बच्चों को भी यही शिक्षा दी जाती है।कारी अनीस, शिक्षक।

ये मदरसे का सालाना जलसा होता है। इस जलसे में जो बच्चे यहां रहकर साल भर पढ़ाई करते हैं। उनका जब कुरान पाक मुकम्मल हो जाता है तो उनको डिग्री और इनाम दिए जाते हैं। और उमलाओं को बुलाकर बयान भी कराए जाते हैं। इशाक अली खान, स्थानीय निवासी सेमरा दीवानगंज।

न्यूज़ सोर्स : नसीम अली दीवानगंज रायसेन। IND28.COM