वसीम कुरैशी सांची रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

नगर की एक मात्र मस्जिद में रमजान महीने के आखिरी जुमे की विशेष नमाज अलविदा अदा की गई। इस अवसर पर आसपास के गाँवों से मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद पहुंचे। नमाज की इमामत मौलाना मकसूद साहब ने कराई। उन्होंने अपनी तकरीर में देश और दुनिया में शांति और सौहार्द भाईचारा बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।मौलाना मकसूद साहब ने अपने अपनी तकरीर में बताया कि रमजान का महीना न सिर्फ आत्मा की शुद्धि का समय है, बल्कि यह हमें अपने आसपास के लोगों से भी अच्छे रिश्ते बनाए रखने और समाज में भाईचारे को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है।  तथा रमजान का महीना मोहब्बत का पैगाम देता है उन्होंने मुस्लिम समुदाय से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में इन अच्छे गुणों को अपनाएं और समाज में अमन-चैन का माहौल बनाए रखें।इस विशेष नमाज के दौरान मुस्लिम समुदाय ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ बिल के खिलाफ विरोध स्वरूप हाथ में काली पट्टी बांध रखी थी तथा काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की एवं सरकार द्वारा लाये गए वक्फ बिल का विरोध जताया। उनका कहना था कि इस बिल से वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से प्रबंधन नहीं हो पाएगा और इससे मुस्लिम समुदाय को नुकसान हो सकता है। तथा यह बिल वक्फ संपत्ति के विपरीत है इससे वक्फ संपत्ति खत्म होने की संभावना बढ जायेगी  इस अवसर पर नगर के मुस्लिम समुदाय ने सरकार से वक्फ बिल वापस नहीं की मांग की है।

 रमजान के आखिरी जुमे के दिन हुई, जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण रमजान का आखिरी जुमा माना जाता है। अलविदा नमाज को अदा करने के बाद, यह दिन शांति, सद्भावना और एकता का संदेश देता है।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28