शक्ति धाम सौजना में मां जगदम्बा के दरबार में जलाई जा रही 111 अखंड ज्योति
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
शिव शक्ति धाम सौजना में शारदीय नवरात्री पर अखंड 111 ज्योत जलाई जा रही है। यह ज्योत नवरात्रि के शुरु से नौ दिन तक जलेगी धर्म गुरु पंडित ओमप्रकाश शुक्ला सौजना ओर पंडित प्रियंक कृष्ण शास्त्री ने बताया नवरात्रि पर क्यों जलाई जाती है अखंड ज्योति नवरात्रि के दौरान अखंड दीपक का प्रज्वलन देवी दुर्गा के आह्वान का प्रतीक होता है। यह ज्योति जीवन में निरंतर प्रकाश, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि जहां अखंड ज्योति जलती है, वहां देवी दुर्गा की विशेष कृपा और उपस्थिति रहती है नवरात्रि पर अखंड ज्योति जलाने का महत्व
नवरात्रि में अखंड ज्योति या दीपक जलाने की परंपरा भारतीय धार्मिक संस्कृति में विशेष स्थान रखती है। यह दीपक देवी दुर्गा के प्रति समर्पण, आस्था और भक्ति का प्रतीक है। अखंड ज्योति का अर्थ है 'निरंतर जलने वाला दीपक'। इसे देवी की कृपा और आशीर्वाद का स्रोत माना जाता है।
अखंड दीपक का महत्व---नवरात्रि के दौरान अखंड दीपक का प्रज्वलन देवी दुर्गा के आह्वान का प्रतीक होता है। यह ज्योति जीवन में निरंतर प्रकाश, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि जहां अखंड ज्योति जलती है, वहां देवी दुर्गा की विशेष कृपा और उपस्थिति रहती है। यह दीपक घर को बुरी शक्तियों से मुक्त रखता है और शांति समृद्धि का संचार करता है। साथ ही यह दीपक आस्था और विश्वास की मजबूती का प्रतीक भी है, जो भक्तों को अपने कठिन समय में शक्ति और संबल प्रदान करता है।
अखंड दीपक जलाने के लाभ---नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा।ऐसा माना जाता है कि अखंड ज्योति जलाने से घर और परिवार पर बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा का असर नहीं होता। यह दीपक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति---अखंड ज्योति धार्मिकता और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। इसे जलाने से भक्तों का ध्यान एकाग्र होता है और साधना के प्रति समर्पण बढ़ता है। इससे आध्यात्मिक उन्नति और मन की शांति मिलती है।
मनोकामना पूर्ति---अखंड ज्योति जलाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। देवी दुर्गा की कृपा से व्यक्ति की जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और उसे सफलता प्राप्त होती है।
सकारात्मक ऊर्जा का संचार----दीपक की निरंतर जलती हुई लौ घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखती है। यह लौ जीवन में आने वाली चुनौतियों को पार करने की प्रेरणा देती है और मन में उत्साह और विश्वास का संचार करती है।
परिवारिक सुख-शांति---अखंड ज्योति के माध्यम से देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे घर में पारिवारिक सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। यह दीपक परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और एकता को बढ़ाता है।
अखंड ज्योति जलाने के नियम---निरंतर प्रज्वलन- अखंड ज्योति का सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि इसे नौ दिनों तक बिना बुझाए जलाए रखना होता है। दीपक की लौ को जलती रखने के लिए नियमित रूप से घी या तेल डालते रहना चाहिए।
शुद्धता का ध्यान--- दीपक जलाने से पहले और उसके दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा स्थल और दीपक को साफ रखना आवश्यक है। जलते हुए दीपक को गंदगी या धूल से बचाना चाहिए।
विधिपूर्वक स्थान--- अखंड ज्योति को पूजा के स्थान पर, देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र के सामने रखा जाना चाहिए। दीपक का स्थान विशेष रूप से साफ और पूजनीय होना चाहिए।