हमें अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना व क्रांतिकारी महापुरुषों के संदेश समाज में पहुंचाना होगा : जे.एन. कंसोटिया
मूलचन्द मेधोनिया भोपाल। IND28.COM
मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति /जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) का रविवार 15 जनवरी को रविन्द्र भवन भोपाल में आयोजित हुआ। "जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी भागीदारी" एवं असमानता समाप्त कर भेदभाव दूर किया जाये। उक्त मिशन को लेकर अजाक्स संघ के जिला से लेकर ब्लाक स्तर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हजारों की संख्या में उपस्थित में प्रांतीय सम्मेलन कर्मचारियों की मौलिक समस्याओं के समाधान हो। तथा आरक्षित वर्ग के साथ अन्याय न हो, वरिष्ठ अधिकारियों के विरुद्ध भेदभाव एवं प्रशासनिक प्रताड़ना बंद की जाये। आरक्षित वर्ग के लोगों की निराधार व झूठी शिकायत कर उन्हें नुकसान पहुंचाकर मानसिक रूप से षड्यंत्र कर प्रताड़ित किया जाता है।
अजाक्स द्वारा सम्मेलन में अपनी मांगों के संबंध में शासन को अनेक बार ज्ञापन देने के बावजूद भी शासन द्वारा मांगों को माना जा रहा है। जबकि अजाक्स की मांगें संविधान एवं नियमों के परिप्रेक्ष्य में न्यायोचित होकर अजाक्स की प्रमुख 24 बिन्दुओं में है। जिनकी विस्तार से सम्मेलन में बताते हुए संघर्ष करने पर बल दिया।
अजाक्स प्रांतीय अध्यक्ष जे.एन.कंसोटिया आईएएस वरिष्ठ अधिकारी ने उपस्थित सभी सम्मानित कर्मचारियों से अपील की है कि सभी अपने जिला से लेकर ब्लाक व गांवों में गरीबों की सहायता करे। तथा अपने महापुरुषों, संत गुरुओं और सामाजिक क्रांतिकारी शहीद सेनानियों के बारे में जानकारी दे और जनजागृति पैदा करे। विशेष तौर पर श्री कंसोटिया जी ने कहा कि हमारे युवाओं के मार्गदर्शन के लिए जन चेतना यात्रा जैसा कार्यक्रम करें। अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा किये जा रहे सामाजिक हितैषी कार्यों में सहयोग प्रदान करे ही हमारी समाज का हित संभव है। इस सम्मेलन में उपस्थित सभी जिलों से आये हुए कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। इस प्रांतीय अधिवेशन में सतगुरु संत रविदास कल्याण फाउंडेशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश नंदमेहर, एस.एस. सूरवंशी, मूलचन्द मेधोनिया, अशोक चिंतामन, इत्यादि फाउंडेशन के राष्ट्रीय पदाधिकारीगणों भी अजाक्स सम्मेलन में पहुंचकर कार्यक्रम की सराहना कर शुभकामनायें दी है।