विद्यार्थी नशामुक्त समाज बनाने में आगे आईं अंजू पवन भदौरिया

अदनान खान रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
विद्यार्थी नशामुक्त समाज बनाने में आगे आकर सहयोग करे, बच्चे नशामुक्ति संदेश के सच्चे संवाहक होगे। बच्चों के माध्यम से नशा मुक्त समाज बनाने की परिकल्पना साकार हो सकती हे। बच्चे अपने घरों में अपने आस पड़ोस में नशे के
दुष्भभावो का प्रचार प्रसार करे तो समाज में बदलाव संभव है। यह बात जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंजू पवन भदौरिया ने एक्सीलेंस स्कूल रायसेन के सभागार में सामाजिक न्याय और दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग द्वारा उत्कर्ष नशा मुक्ति केंद्र और डीडीएसी सांची के संयोजन से आयोजित नशामुक्ति कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि बच्चे बहुत प्रतिभाशाली होते हे वे अपनी पूरी ऊर्जा उज्ज्वल भविष्य बनाने में लगाए, अपनी संगत अच्छी रखे।
जिज्ञासा और शौक के जरिए शरीर में प्रवेश करने वाला नशा कब दबे पांव लत में परिवर्तित हो जाता है व्यक्ति को पता ही नहीं चलता--इस अवसर पर नशामुक्ति भारत अभियान के मास्टर ट्रेनर और डीडीएसी के डायरेक्टर वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि जिज्ञासा और शौक के जरिए शरीर में प्रवेश करने वाला नशा कब दबे पांव लत में परिवर्तित हो जाता है व्यक्ति को पता ही नहीं चलता और धीरे-धीरे व्यक्ति नशे का गुलाम बन जाता है पहले स्वयं नशे के करीब जाने वाला व्यक्ति अब नशे के माया जाल में फंसकर न केवल अपना शरीर परिवार बल्कि समाज को हानिकारक बन जाता है ,उन्होंने कहा कि इससे अच्छा यह है कि इस पर शुरुआत में ही अंकुश लगाए आज की युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे इसी में उसका कल्याण है अन्यथा नशा एक दिन उसके उपयोगकर्ता को बर्बाद कर देगा।
भोपाल से पधारी मनोचिकित्सक दीप्ति सिंह पृथ्वी ने बच्चों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जीवन में कितनी भी बड़ी परेशानी आए अपने दोस्तों की बातों में आकर नशे के माया जाल में नहीं फंसे बल्कि अपने परिजनों अभिभावकों या स्कूल के शिक्षकों से अपनी समस्या शेयर करें उन्होंने कहा कि,विद्यार्थी अपना उज्ज्वल भविष्य बनाने हेतु कड़ी मेहनत करे , किसी भी समस्या से घबराए नहीं, ,विद्यार्थी हर चुनौती का सामना कर अंदर से मजबूत बने।उन्होंने कहा कि नशा एक घातक गंभीर बीमारी है। जिसका नशा मुक्ति केंद्र में इलाज संभव हे। कार्यशाला में सामाजिक न्याय के उपसंचालक मनोज बाथम सहित सामाजिक न्याय सीहोर के उप संचालक महेश यादव ने भी संबंधित किया। वहीं बुंदेलखंड के प्रसिद्ध कलाकार राधेश्याम नरवरिया ने गीतों के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों की जानकारी दी।अंत में उत्कर्ष नशा मुक्ति केंद्र की परियोजना अधिकारी केशर जहां ने भी संबोधित किया आभार व्यक्त एक्सीलेंस स्कूल की प्राचार्य स्वाति चौहान ने व्यक्त किया।कार्यशाला में काउंसलर अतुल जाट, कीर्ति शर्मा, अंजलि चौकसे सुरेंद्र रघुवंशी ट्रेनर कम सुपरवाइजर अनामिका चौहान उपस्थित रहे।